मुंबई पुलिस ने एक प्रतिष्ठित स्कूल में पढ़ाने वाली महिला शिक्षिका को गिरफ्तार किया है, जिस पर एक नाबालिग छात्र के साथ यौन शोषण, वीडियो रिकॉर्डिंग और उत्पीड़न का आरोप है. यह घटना करीब एक साल तक चली. बुधवार को अदालत ने आरोपी शिक्षिका को एक और दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया. पुलिस अधिकारियों के अनुसार, गुरुवार को शिक्षिका का मनोवैज्ञानिक परीक्षण होगा. अदालत ने इस परीक्षण को ध्यान में रखते हुए हिरासत की अवधि बढ़ाई. सूत्रों के मुताबिक, स्कूल प्रबंधन ने शिक्षिका के गैरकानूनी कृत्यों की जानकारी मिलने पर उसे इस्तीफा देने के लिए कहा था, हालांकि स्कूल अधिकारियों ने इसकी जानकारी होने से इनकार किया है.
कैसे शुरू हुई कहानी?
यह मामला 2024 की शुरुआत में सामने आया. आरोपी शिक्षिका स्कूल में अंग्रेजी पढ़ाती थी और एक नाटक का निर्देशन कर रही थी. पीड़ित, उस समय 16 साल का था और नाटक टीम का हिस्सा था. शिकायत के अनुसार, शिक्षिका ने उस समय से ही छात्र के साथ यौन शोषण करना शुरू कर दिया और कई बार उससे बातचीत की. बाद में पीड़ित ने कई बार उसके मैसेज का जवाब नहीं दिया, जिसके बाद शिक्षिका ने अपनी एक महिला मित्र से मदद मांगी. महिला मित्र इस केस में सह-आरोपी है और फरार है. उसने पीड़ित से संपर्क किया और उसे समझाया कि आजकल किशोरों का कम उम्र में बड़ी महिलाओं के साथ संबंध बनाना सामान्य है. उसने पीड़ित पर शिक्षिका के साथ संबंध बनाने का दबाव डाला.
ऐसे हुई यौन शोषण की शुरुआत
सह-आरोपी के दबाव के बाद शिक्षिका पीड़ित छात्र को अपनी फॉक्सवैगन कार में सैर पर ले गई और एकांत जगह पर ले जाकर उसका यौन शोषण किया. ऐसा कई बार हुआ और बाद में शिक्षिका पीड़ित को जुहू, एयरपोर्ट के पास और दक्षिण मुंबई के फाइव स्टार होटलों में ले जाने लगी, जहां उसने बार-बार शराब पिलाकर शोषण किया. वह पीड़ित छात्र से कहती थी कि वे एक-दूसरे के लिए बने हैं और वह उससे बहुत प्यार करती है.
पीड़ित छात्र डिप्रेशन में चला गया
लगातार शोषण के कारण 16 वर्षीय पीड़ित डिप्रेशन में चला गया. वह चुप और खोया-खोया रहने लगा. उसके माता-पिता ने उसकी बदली हुई स्थिति को देखकर उससे बात करने की कोशिश की. शुरू में पीड़ित ने कुछ नहीं बताया, लेकिन बाद में उसने अपनी शिक्षिका के हाथों हुए शोषण की बात बताई. उसने यह भी बताया कि शिक्षिका ने उसे डिप्रेशन से निकलने की दवाइयां भी दी. उस समय माता-पिता को लगा कि बेटा एग्जाम पास कर स्कूल छोड़ देगा, इसलिए उन्होंने तब शिकायत नहीं की.
मिलने को बेचैन थी महिला टीचर
जब पीड़ित छात्र ने शिक्षिका के मैसेज और फोन का जवाब देना बंद कर दिया, तो वह बेचैन हो गई. उसने अपने नौकर को पीड़ित के घर भेजकर उसे मिलने का संदेश दिया. यह देखकर पीड़ित ने अपने माता-पिता को सब कुछ बताया. माता-पिता ने तुरंत पुलिस से संपर्क किया और शिकायत दर्ज की.
महिला टीचर की साथी फरार
आरोपी शिक्षिका के खिलाफ पॉक्सो एक्ट (बाल यौन शोषण संरक्षण अधिनियम), भारतीय दंड संहिता की धाराओं और अन्य प्रासंगिक धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया. शिक्षिका को शनिवार को गिरफ्तार किया गया, जबकि सह-आरोपी मित्र फरार है.