ईरान-इजरायल युद्ध पर भले ही ब्रेक लग गया है, लेकिन अब इसका खामियाजा पाकिस्तान की आवाम को भुगतना पड़ रहा है. पाकिस्तान में एक बार फिर महंगाई चरम की ओर बढ़ रही है. पड़ोसी मुल्क की जनता, जरूरत की चीजें खरीदने के लिए भी दिक्कत का सामना कर रही है. अब पाकिस्तान सरकार ने सोमवार को ईरान पर इजरायली हमला के बाद इंटरनेशनल कीमतों में बढ़ोतरी के कारण Petrol-Diesel की कीमतों में इजाफा कर दिया है.
पाकिस्तान ने 15 जुलाई को समाप्त होने वाले अगले पखवाड़े के लिए पेट्रोल की कीमत (Petrol Price) में 8.36 रुपये प्रति लीटर और डीजल की कीमत (Diesel Price) में 10.39 रुपये प्रति लीटर का इजाफा किया है. पाकिस्तान वित्त मंत्रालय ने अपने बयान में कहा कि इंटरनेशनल मार्केट में उतार-चढ़ाव को देखते हुए पेट्रोलियम उत्पादों की कीमतों में इजाफा किया गया है.
अब कितनी हुई कीमत?
हाई-स्पीड डीजल (HSD) की एक्स-डिपो प्राइस 10.39 रुपये प्रति लीटर बढ़ाकर 262.59 रुपये से 272.98 रुपये प्रति लीटर कर दिया गया है. ज्यादातर परिवहन HSD पर चलता है. इसका उपयोग ज्यादातर हैवी वाहनों, ट्रेनों और कृषि इंजनों जैसे ट्रक, बस, ट्रैक्टर, ट्यूबवेल और थ्रेसर में किया जाता है. जिस कारण सब्जियों और अन्य खाद्य पदार्थों की कीमतों में बढ़ोतरी होती है.
पेट्रोल की एक्स-डिपो कीमत 258.43 रुपये प्रति लीटर से बढ़कर 266.79 रुपये प्रति लीटर हो गई, जो 8.36 रुपये या 3.3 प्रतिशत की बढ़ोतरी है. पेट्रोल का इस्तेमाल ज्यादातर निजी परिवहन, छोटे वाहनों, रिक्शा और दोपहिया वाहनों में होता है और इसका सीधा असर मध्यम और निम्न मध्यम वर्ग पर पड़ता है.
लेवी चार्ज में भी इजाफा
वर्तमान समय में सरकार पेट्रोल और हाई स्पीड डीजल पर 100 रुपये प्रति लीटर का टैक्स भी वसूल रही है. जिसमें लेवी के तौर पर 2.5 रुपये प्रति लीटर की बढ़ोतरी हुई है. यह बढ़ोतरी 1 जुलाई यानी आज से ही प्रभावी है. हालांकि जनरल सेल टैक्स (GST) सभी पेट्रोल प्रोडक्ट्स पर 0 है. सरकार ने पेट्रोल और HSD पर कस्टम ड्यूटी 19 रुपये प्रति लीटर वसूल रही है. इसके अलावा, 17 रुपये प्रति लीटर वितरण और बिक्री मार्जिन तेल कंपनियों और उनके डीलरों को जा रहा है.
गौरतलब है कि 12 दिनों तक चले ईरान-इजरायल युद्ध में कच्चे तेल की कीमतों में रिकॉर्ड बढ़ोतरी देखने को मिली थी. कच्चे तेल की कीमत 81 डॉलर प्रति बैरल के पार चली गई थी, जिस कारण दुनियाभर में कच्चे तेल से जुड़े प्रोडक्ट में इजाफा हुआ. अब पाकिस्तान में इसका असर दिखाई दे रहा है.