उत्तर प्रदेश के आगरा में 8 साल के लड़के की हत्या का सनसनीखेज खुलासा हुआ है. पुलिस ने इस मामले में आरोपी कृष्णा को गिरफ्तार कर लिया है, जिसने पूछताछ में बच्चे की हत्या और फिरौती की साजिश का जुर्म कबूल किया. बच्चे की हत्या सिर्फ इसलिए कर दी गई क्योंकि उसके पिता विजय प्रताप से पैसे के लेनदेन को लेकर आरोपी की रंजिश चल रही थी. विजय आरोपी को उधार दिए गए अपने ही पैसे वापस मांग रहा था.
हत्या के पीछे की कहानी
कृष्णा ने कबूल किया है कि उसने विजय प्रताप से पैसे उधार लिए थे और जब विजय ने पैसे वापस मांगे, तो दोनों के बीच झगड़ा हो गया. कृष्णा को यह बर्दाश्त नहीं हुआ और उसने अपने दोस्त राहुल के साथ मिलकर विजय के 8 साल के बेटे अभय का 30 अप्रैल को अपहरण कर लिया. कृष्णा अभय को स्कूटी पर बैठाकर घूमाने के बहाने अपने साथ राजस्थान के धौलपुर ले गया. वहां पहुंचते ही उसका दोस्त राहुल डरकर भाग गया, लेकिन कृष्णा ने पकड़े जाने के डर से गला दबाकर मासूम की हत्या कर दी. शव को सीमेंट की बोरी में भरकर तालाब किनारे फेंक दिया और ऊपर से ईंटें डाल दीं.
फिरौती की चिट्ठियों से पुलिस को भ्रम
हत्या के बाद भी कृष्णा ने विजय को डराने के लिए फिरौती की चिट्ठियां लिखना शुरू कर दिया. 1 मई को विजय प्रताप ने फतेहाबाद थाने में बेटे के अपहरण की सूचना दी. साथ ही एक चिट्ठी भी सौंपी जिसमें 80 लाख की फिरौती मांगी गई थी. इस बीच आरोपी ने 26 पेजों की 5 चिट्ठियां भेजीं और धमकी दी कि पैसे न देने पर बच्चे के हाथ काटकर भेज देगा.
2 महीने तक गुमशुदगी बनी रही पहेली
लगभग दो महीने तक पुलिस को कोई सुराग नहीं मिला. जब स्थानीय थाने को सफलता नहीं मिली, तो केस को खोलने के लिए तेजतर्रार पुलिसकर्मियों की टीम बनाई गई. पुलिस ने चिट्ठियों की हैंडराइटिंग का विश्लेषण किया और मामले के पीछे किसी करीबी व्यक्ति के शामिल होने का शक गहराया.
लोकेशन और कॉल डिटेल ने खोला राज
पुलिस को जानकारी मिली कि अभय के घर के सामने जनसेवा केंद्र चलाने वाला कृष्णा पहले से चोरी के 2 मामलों में आरोपी है. निगरानी के दौरान कृष्णा की लोकेशन घटना के दिन धौलपुर में मिली. पूछताछ में कृष्णा ने गुनाह कबूल कर लिया और पुलिस को तालाब तक ले जाकर शव की निशानदेही की.
शव की पहचान और पोस्टमार्टम
शव को शुक्रवार को बरामद कर शनिवार को पोस्टमार्टम कराया गया. मृतक के कपड़ों से उसकी पहचान हुई. शव को परिवार को सौंपा गया. बेटे की लाश देखकर मां बेसुध हो गई और परिजनों ने आरोपी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की. मासूम अभय पहली कक्षा में पढ़ता था और उसके पिता विजय प्रताप किसान हैं, जिनके पास करीब 20 बीघा जमीन है. घटना से एक दिन पहले ही अभय को पहली कक्षा की किताबें दिलाई गई थीं. डीसीपी अली अब्बास ने बताया कि मामले में कृष्णा और राहुल दोनों को गिरफ्तार कर लिया गया है. दोनों की निशानदेही पर शव बरामद हुआ. प्रारंभिक जांच में रुपयों और आपसी रंजिश को वारदात की मुख्य वजह बताई गई है.
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