महाराष्ट्र के अकोला में इंसानियत को शर्मसार कर देने वाली घटना सामने आई है. यहां एक सौतेले पिता ने सिर्फ इस शक में 9 साल के मासूम बेटे की हत्या कर दी कि वो भी भविष्य में संपत्ति का दावेदार बन सकता है. उसका बेरहमी से गला घोंट दिया. हैरानी की बात यह है कि सिर्फ 300 रुपये की लालच में आरोपी के दोस्त ने भी इस हैवानियत में उसका साथ दिया.
मृतक मासूम की पहचान दर्शन वैभव पलसकर (उम्र- 9 साल) के रूप में हुई है. 2 जुलाई की सुबह करीब 8:30 बजे दर्शन घर से निकला था और फिर लौटकर नहीं आया. काफी देर तक कोई सुराग न मिलने पर उसकी मां ने पुलिस में गुमशुदगी की शिकायत दर्ज कराई.
जांच में जुटी पुलिस ने इलाके के सीसीटीवी फुटेज खंगाले, जिसमें दर्शन अपने सौतेले पिता आकाश साहेबराव कान्हेरकर (अमरावती) के साथ जाते हुए दिखाई दिया. पुलिस को आकाश की गतिविधियां संदिग्ध लगीं, जिसके बाद उससे सख्ती से पूछताछ की गई.
60 पुलिसकर्मियों ने मिलकर ढूंढा शव
पूछताछ में आकाश ने बताया कि उसने अपने दोस्त गौरव वसंतराव गायगोले के साथ मिलकर दर्शन को बाइक पर बिठाया और अकोला-अमरावती की सीमा पर स्थित घने जंगल में ले जाकर गला दबाकर उसकी हत्या कर दी. इसके बाद शव को झाड़ियों में फेंक दिया ताकि कोई उसे न ढूंढ़ सके.
इस खुलासे के बाद पुलिस ने करीब 12 घंटे तक सर्च ऑपरेशन चलाया, जिसमें 7 अधिकारी और 60 पुलिसकर्मी शामिल रहे. आखिरकार मासूम दर्शन का शव बरामद किया गया, जिसे पोस्टमार्टम के लिए अकोला के सरकारी अस्पताल भेजा गया है.
संपत्ति में बंटवारे का था डर
हत्या की वजह सौतेले पिता का यह डर बताया जा रहा है कि भविष्य में दर्शन उसकी संपत्ति में हिस्सा मांग सकता था. उसने अपने दोस्त को 300 रुपये देकर इस खौफनाक साजिश को अंजाम देने में मदद ली. पुलिस को आशंका है कि हत्या से पहले दर्शन के साथ यौन शोषण भी किया गया हो सकता है. हालांकि यह पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही साफ होगा.
इस मामले को लेकर ACP अनमोल मित्तल ने बताया कि, 'सीसीटीवी और तकनीकी साक्ष्यों के आधार पर दोनों आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है. जांच जारी है और पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद कई और परतें खुल सकती हैं.'
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