संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद का अध्यक्ष बना पाकिस्तान! बताया किन दो मुद्दों पर करेगा काम

6 days ago 1

पाकिस्तान को मंगलवार से 2025 के जुलाई महीने के लिए संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) की अध्यक्षता मिल गई है. सुरक्षा परिषद की अध्यक्षता, परिषद के अस्थायी सदस्य के रूप में पाकिस्तान के दो साल के कार्यकाल का हिस्सा है जो जनवरी 2025 में शुरू हुआ था. पाकिस्तान को यूएनएससी में अस्थायी सदस्य बनने के लिए 193 में से 182 वोट हासिल हुए थे. परिषद की अध्यक्षता इसके 15 सदस्य देशों के बीच अल्फाबेटिक ऑर्डर में मासिक रूप से बदलती रहती है और इसी क्रम में पाकिस्तान को यूएनएससी की अध्यक्षता मिली है.

यूएनएससी की अध्यक्षता को लेकर पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा, 'पाकिस्तान इस जिम्मेदारी को विनम्रता और दृढ़ विश्वास की गहरी भावना के साथ निभाएगा. हमारा नजरिया संयुक्त राष्ट्र चार्टर के उद्देश्यों और सिद्धांतों, अंतरराष्ट्रीय कानून के सम्मान और सबको साथ लेकर चलने के प्रति दृढ़ प्रतिबद्धता पर आधारित रहेगा.'

संयुक्त राष्ट्र में पाकिस्तान के राजदूत असीम इफ्तिखार अहमद ने पाकिस्तान की सरकारी न्यूज एजेंसी एसोसिएटेड प्रेस ऑफ पाकिस्तान (एपीपी) से बात करते हुए कहा, 'पाकिस्तान की अध्यक्षता पारदर्शी, सबको साथ लेकर चलने वाली और उत्तरदायी होगी.'

जुलाई में होने वाले परिषद के सभी प्रमुख वैश्विक मुद्दों की अध्यक्षता राजदूत इफ्तिखार अहमद करेंगे. उन्होंने कहा कि वो दुनिया के मुश्किल दौर, बढ़ती अस्थिरता, अंतरराष्ट्रीय शांति और सुरक्षा के लिए खतरों, बढ़ते संघर्षों और गहराते मानवीय संकटों से पूरी तरह अवगत हैं.

पाकिस्तानी राजदूत पहले ही संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस से मिल चुके हैं और उन्हें जुलाई में परिषद के कार्यक्रम के बारे में जानकारी दे चुके हैं.

पाकिस्तानी दूत ने कहा, 'एक ऐसे देश के रूप में जिसने लगातार बातचीत और कूटनीति की वकालत की है, पाकिस्तान सुरक्षा परिषद के काम में एक सैद्धांतिक और संतुलित दृष्टिकोण लाता है. हम संयुक्त राष्ट्र के चार्टर के तहत अपनी प्राथमिक जिम्मेदारी और संयुक्त राष्ट्र सदस्यता की अपेक्षाओं के अनुरूप सभी सदस्यों के साथ मिलकर काम करने के लिए तत्पर हैं.'

प्रेसिडेंसी के दौरान दो हस्ताक्षर कार्यक्रम आयोजित करेगा पाकिस्तान

पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय की तरफ से जारी बयान में आगे कहा गया कि प्रेसीडेंसी जुलाई के दौरान दो उच्च स्तरीय हस्ताक्षर कार्यक्रम आयोजित करेगी- 22 जुलाई को विवादों के शांतिपूर्ण समाधान के जरिए अंतरराष्ट्रीय शांति और सुरक्षा को बढ़ावा देने पर बहस और 24 जुलाई को संयुक्त राष्ट्र और इस्लामिक सहयोग परिषद के बीच सहयोग पर बातचीत.

इसमें कहा गया है कि दोनों बैठकों की अध्यक्षता पाकिस्तान के उप प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री इशाक डार करेंगे, जो 23 जुलाई को फिलिस्तीन के मुद्दे पर तीन महीनों की खुली बहस की भी अध्यक्षता करेंगे.

पाकिस्तान इससे पहले सात बार संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद का सदस्य रह चुका है- 2012-13, 2003-04, 1993-94, 1983-84, 1976-77, 1968-69 और 1952-53 में.

वहीं, भारत की बात करें तो, भारत 8 बार संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के अस्थायी सदस्य के रूप में चुना जा चुका है- 2021-2022, 2011-2012, 1991-1992, 1984-1985, 1977-1978, 1972-1973, 1967-1968, 1950-1951. 

Read Entire Article