ये कहानी एक ऐसी महिला की है, जिसकी जिंदगी में केवल साजिश ही साजिश है. वो एक बहू और पत्नी है. मगर उसने पहले पति पर गोली चलवाई. दूसरा पति रोड एक्सिडेंट में मारा गया. इसके बाद वो जेठ के साथ पत्नी बनकर रहने लगी. एक दिन उसकी सास का कत्ल हो गया. मामला पुलिस तक जाना लाजमी था. पुलिस तफ्तीश शुरू करती है और इस कत्ल की तफ्तीश के दौरान पुलिस उस बहू की जिंदगी के ऐसे पन्ने पलटती है कि साजिशों की हैरान करने वाली कहानियां बाहर आने लगती हैं.
झांसी के कुम्हरिया गांव के एक मकान में 24 जून को एक डकैती की वारदात हुई. डकैतों ने घर की बुजुर्ग महिला सुशीला का कत्ल कर दिया और सारे कीमती सामान लूट कर फरार हो गए. डकैत घर आए, सुशीला को नशे के इंजेक्शन लगाया और गला घोंट कर कत्ल करने के बाद अलमारी से सारी कीमती चीजें लेकर फरार हो गए. शाम को जब सुशीला के पति अजय राजपूत अपने घर लौटे, तो घर का दरवाजा बाहर से बंद था, लेकिन अंदर बिस्तर पर उनकी पत्नी सुशीला की लाश पड़ी थी. पत्नी की लाश देख कर वो सदमे में आ गए. रोते-चिल्लाते हुए उन्होंने आस-पड़ोस के लोगों को बुलाया और तब पहली बार लोगों को क़त्ल और डकैती का पता चला.
ख़बर मिलने पर पुलिस भी मौका-ए-वारदात पर पहुंची और जांच शुरू की. इत्तेफाक से डकैतों ने जिस दिन धावा बोला था, उस दिन घर के बाकी लोग बाहर गए हुए थे. छोटी बहू पहले ही अपने मायके में थी. जबकि बड़ी बहू तो आठ महीने से मायके में ही रह रही थी. उसका अपने पति और ससुराल वालों से विवाद चल रहा था. ऐसे में सुशीला के पति अजय ने अपनी बड़ी बहू रागिनी और उसके भाई के खिलाफ ही अपनी पत्नी की हत्या का केस दर्ज करवा दिया. उनका कहना था कि इन्होंने ही साजिशन उनकी बीवी की हत्या की है, क्योंकि सुशीला के संबंध उनसे अच्छे नहीं हैं. वारदात को डकैती का रूप देना सिर्फ एक साजिश है.
अब पुलिस जांच शुरू कर चुकी थी. लेकिन जांच आगे बढ़ते ही मामले में कुछ ऐसे मोड़ आ गए कि पुलिस भी सोच में पड़ गई. जिस बड़ी बहू शालिनी पर उसके ससुराल वालों ने सास के कत्ल का इल्जाम लगाया था, वो खुद ही थाने पहुंच गई और उसने इस मामले में खुद को बेगुनाह बताया. जबकि छोटी बहू पूजा सास की कत्ल की खबर सुनने के बावजूद घर नहीं लौटी. यहीं से पुलिस को पूजा पर शक हो गया.
अब झांसी की पुलिस ग्वालियर में पूजा के मायके पहुंची और उसे हिरासत में ले लिया. इसके बाद जब उससे पूछताछ हुई, तो पहले तो उसने पुलिस को गुमराह करने की पूरी कोशिश की, लेकिन आखिरकार वो टूट गई और उसने सच्चाई कबूल कर ली. अपनी सास सुशीला का कत्ल पूजा ने ही करवाया था और इस कत्ल की सुपारी खुद अपनी बहन कामिनी और उसके प्रेमी अनिल वर्मा को दी थी. लेकिन सवाल है कि आखिर क्यों? आखिर घर की छोटी बहू ने खुद ही अपनी सास की हत्या क्यों करवा दी और उसने इसकी साजिश कैसे रची? तो पूरी कहानी सुनकर पुलिस भी हैरत में पड़ गई.
11 साल पहले पूजा की शादी ओरछा के एक आदमी से हुई थी. लेकिन उसके साथ पूजा की अनबन रहने लगी और दोनों में तलाक का केस चलने लगा. इस बीच जब पूजा अपने केस के सिलसिले में कोर्ट में पेशी पर जाती, तब उसकी मुलाकात कुम्हारिया के रहने वाले कल्याण राजपूत से हुई. कल्याण पर कई आपराधिक मामले थे. यहीं कल्याण से उसे प्यार हो गया और पहले दोनों लिव इन में रहने लगे. लेकिन कुछ दिनों के बाद एक रोड एक्सीडेंट में कल्याण की मौत हो गई. इसके बाद कल्याण के पिता अजय राजपूत और उसके बड़े भाई संतोष ने पूजा को अपने घर में जगह दी और उसकी तब पहली बार अपने ससुराल में एंट्री हुई.
लेकिन कहानी ने फिर मोड़ लिया और पूजा की अपने ही जेठ संतोष के साथ रिलेशन बन गए और अपने जेठ से उसे एक बेटी भी हुई. जिसका संतोष की पत्नी और घर की बड़ी बहू रागिनी विरोध किया करती थी. पूजा के संबंध अपने ससुर अजय से भी काफी अच्छे थे. लेकिन सास सुशीला पूजा को पसंद नहीं करती थी. इस बीच पूजा ने अपने ससुराल की आधी जमीन पर दावा करना शुरू कर दिया. जिसका सास ने जोरदार विरोध किया और बस तभी पूजा ने अपनी सास की हत्या करने की प्लानिंग कर ली. पूजा पहले तो अपने मायके गई और वहां उसने अपनी बहन कामिनी और उसके ब्वॉयफ्रेंड से बात की. दोनों को सुशीला के कत्ल की सुपारी दे दी और कहा कि कत्ल के बाद उसे ससुराल से जो 8 बीघा जमीन मिलेगी, उसे बेच कर वो आधी रकम दोनों को दे देगी. और बस इसी के बाद दोनों सुशीला की हत्या करने पर राजी हो गए.
लेकिन अगर घर में सारे लोग होते, तो सुशीला की हत्या करना संभव नहीं होता. इसलिए पूजा ने पहले फोन कर अपने ससुर को अपने पास ग्वालियर बुलाया. कहा कि आपकी पोती का बर्थ डे है. जबकि अपने जेठ संतोष को फोन कर बताया कि वो फिर से उसके साथ बने रिलेशन की वजह से प्रेग्नेंट हो गई है. इसलिए उसे घर आना होगा. इस तरह बाप-बेटे दोनों 22 और 23 जून को पूजा के पास ग्वालियर पहुंच गए, जबकि कातिल सुशीला की जान लेने ग्वालियर से झांसी के गांव कुम्हारिया पहुंच गए.
प्लान के मुताबिक, पूजा ने अपनी सास का कत्ल भी करवा दिया. लेकिन जब तफ्तीश हुई, तो पूजा की अपने ससुराल से दूरी और जिस बड़ी बहू रागिनी पर शक था, उसका खुद पुलिस के पास पहुंचाने की घटना ने पुलिस को इस कत्ल का सुराग दे दिया. इस मामले में पुलिस ने पूजा और उसकी बहन कामिनी को तो अरेस्ट कर लिया, लेकिन कामिनी का ब्वॉयफ्रेंड अनिल वर्मा फरार चल रहा था. आखिरकार पुलिस ने उसे झांसी के ही बघेरा इलाके में मंगलवार की रात को घेर लिया और एक एनकाउंटर के बाद उसे भी गिरफ्तार कर लिया गया. अनिल के पैर में गोली लगी है और उसके कब्जे से पुलिस ने सुशीला के घर से लूटे गए 8 लाख रुपये के जेवर भी बरामद कर लिए. इस तरह इस स्टोरी का तो एंड हो गया, लेकिन राजपूत परिवार की छोटी बहू की साजिश देख कर लोग हैरत में हैं.
(झांसी से प्रमोद कुमार गौतम का इनपुट)
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