पश्चिमी यूरोप इन दिनों भीषण गर्मी की चपेट में है स्पेन में तापमान 46 डिग्री सेल्सियस से अधिक हो गया है. फ्रांस में जंगल की आग भड़क रही है. ब्रिटेन और नीदरलैंड जैसे देश भी इस गर्मी से प्रभावित हैं. (AFP)
वैज्ञानिकों का कहना है कि यह गर्मी "हीट डोम" नामक मौसम की स्थिति के कारण है, जो यूरोप के ऊपर जमी हुई है. (AP)
हीट डोम एक ऐसी स्थिति है जिसमें हवा का उच्च दबाव वाला क्षेत्र किसी जगह पर रुक जाता है और आसपास के मौसम के कारण अपनी जगह से हिल नहीं पाता है. (Reuters)
यह उसी तरह काम करता है जैसे उबलते बर्तन पर ढक्कन रख देना, उच्च दबाव गर्म हवा को नीचे दबा देता है जिससे गर्मी बढ़ती है और हवा सिकुड़कर एक "डोम" बनाती है. इससे धूप और तेज हो जाती है, क्योंकि बादल नहीं बन पाते और सूरज की किरणें सीधे जमीन पर पड़ती हैं. (Reuters)
इस स्थिति में हवा ठंडी करने वाली हल्की हवाएं नहीं चलतीं, और मौसम साफ और धूप वाला रहता है. समय के साथ यह गर्मी और बढ़ती है, क्योंकि सड़कें और इमारतें गर्मी सोख लेती हैं, और जमीन सूखने लगती है. इससे जंगल में आग लगने का खतरा भी बढ़ जाता है, क्योंकि पेड़-पौधे सूख जाते हैं. (AP)
ऐसी स्थिति कुछ दिनों से लेकर हफ्तों तक रह सकती है. मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि यह हीट डोम कुछ दिनों में खत्म हो सकता है. (Reuters)
यह गर्मी बुजुर्गों, बच्चों और बाहर खुले क्षेत्रों में काम करने वाले श्रमिकों के लिए खतरनाक है, जिसके लिए ठंडे स्थानों और हाइड्रेशन की सलाह दी गई है. (AP)
हीट डोम कोई नया मौसम पैटर्न नहीं है, लेकिन वैज्ञानिकों का कहना है कि जलवायु परिवर्तन के कारण ऐसी गर्मी की लहरें अब अधिक तीव्र, बार-बार और व्यापक हो रही हैं. (AP)
चल रही गर्म लहर के कारण यूरोपीय देशों के कई क्षेत्रों में लाल चेतावनी जारी की गई है. ब्रुसेल्स में 41 डिग्री सेल्सियस तापमान को दिखाता इलेक्ट्रॉनिक बोर्ड. (AFP)
जलवायु परिवर्तन के कारण पृथ्वी का औसत तापमान बढ़ रहा है, जिससे गर्मी की लहरें और खतरनाक हो रही हैं. रोम, इटली में भीषण गर्मी के दौरान कोलोसियम के बाहर लगे कूलिंग फैन के सामने खड़े पर्यटक. (Reuters)
जब से जीवाश्म ईंधन (कोयला, तेल, गैस) का बड़े पैमाने पर उपयोग शुरू हुआ, पृथ्वी का औसत तापमान करीब 1.3 डिग्री सेल्सियस बढ़ गया है. स्पेन के सेविल में पहली गर्मी के दौरान सार्वजनिक फव्वारे में ठंडक लेती महिलाएं. (Reuters)
यूरोप दुनिया का सबसे तेजी से गर्म होने वाला महाद्वीप है, जो वैश्विक औसत से दोगुनी गति से गर्म हो रहा है. प्राग के चिड़ियाघर में भीषण गर्मी के दौरान ध्रुवीय भालू बर्फ के टुकड़ों पर आराम करते हुए. (Reuters)