Surya Grahan 2025: 21 सितंबर को साल का दूसरा और आखिरी सूर्य ग्रहण लगने वाला है. यह सूर्य ग्रहण कन्या राशि और उत्तराभाद्रपद नक्षत्र में लगने वाला है. यह आंशिक सूर्य ग्रहण रात 11:00 बजे शुरू होकर अगले दिन तड़के 3:23 बजे तक रहेगा. (Photo: AI Generated)
शास्त्रो में सूर्य ग्रहण को एक दुर्लभ और अशुभ घटना बताया गया है. इसलिए कहते हैं कि सूर्य ग्रहण के दुष्प्रभाव को कम करने के लिए मोक्ष काल में दान आदि किया जाता है. (Photo: AI Generated)
चने का दान: सूर्य ग्रहण के समय चने का दान करने से घर में सुख-समृद्धि आती है. साथ ही कुंडली में बृहस्पति ग्रह की स्थिति मजबूत होती है. (Photo: AI Generated)
गेहूं का दान: धार्मिक मान्यता है कि सूर्य ग्रहण के दिन या उसके बाद गेहूं का दान अत्यंत शुभ फल देता है. ऐसा करने से करियर से जुड़ी बाधाएं दूर होती हैं और कार्यक्षेत्र में सफलता के अवसर बढ़ते हैं. (Photo: AI Generated)
लाल वस्त्र का दान- ग्रहण के दिन लाल वस्त्र दान करना विशेष रूप से शुभ माना जाता है. मान्यता है कि इससे आत्मविश्वास बढ़ता है. साथ ही, जीवन में सफलता के नए मार्ग खुलते हैं. (Photo: AI Generated)
गुड़ का दान- ऐसी मान्यता है कि सूर्य ग्रहण पर गुड़ का दान करने से आर्थिक स्थिति मजबूत होती है. रुका हुआ धन वापस मिलता है. आर्थिक मोर्चे पर मजबूती आती है. (Photo: AI Generated)
तांबे का बर्तन दान- सूर्य ग्रहण के बाद तांबे का दान करने से सूर्य देव प्रसन्न होते हैं. धनधान्य में वृद्धि होती है. मान्यता है कि अगर कोई व्यक्ति लंबी बीमारी से ग्रस्त है और सूर्य ग्रहण के बाद तांबे का दान करे तो रोगों से मुक्ति मिलती है. (Photo: AI Generated)
केला का दान- सूर्य ग्रहण के बाद केले का दान भी शुभ माना जाता है. ऐसी मान्यता है कि इससे जीवन के कष्ट दूर होते हैं और सुख-समृद्धि बढ़ती है. (Photo: AI Generated)