दिल्ली में बड़े ड्रग्स रैकेट का भंडाफोड़, 2.25 करोड़ की कोकीन बरामद, नाइजीरियाई समेत 3 गिरफ्तार

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दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने राजधानी में चल रहे एक बड़े ड्रग्स रैकेट का भंडाफोड़ किया है. पुलिस ने रोहिणी और महरौली में छापेमारी करते हुए 2.25 करोड़ रुपए कीमत की 194 ग्राम कोकीन बरामद की है. इसके साथ तीन ड्रग्स तस्करों को गिरफ्तार भी किया गया है. पकड़े गए आरोपियों में दो भारतीय और एक नाइजीरियाई नागरिक है. 

एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों की पहचान राहुल वाधवा (32), अब्दुल कादिर (29) और नाइजीरियाई नागरिक चिमेजी लाजारस इंडेडिंगे उर्फ जूडो (35) के रूप में हुई है. जूडो ड्रग्स तस्करी के इस पूरे नेटवर्क का मास्टरमाइंड था. उसने दिल्ली और आसपास के शहरों में कोकीन की सप्लाई की पूरी चेन फैला रखी थी.

6 सितंबर को पुलिस को पुख्ता सूचना मिली कि राहुल वाधवा और अब्दुल कादिर रोहिणी इलाके में कोकीन की खेप पहुंचाने वाले हैं. इस सूचना के आधार पर जाल बिछाया गया और दोनों को रंगे हाथों पकड़ लिया गया. दोनों आरोपियों की तलाशी के दौरान अब्दुल कादिर के पास से 54 ग्राम और राहुल वाधवा के पास से 31 ग्राम कोकीन बरामद हुई.

🚨💊 #नशामुक्तभारत अभियान | INTERNATIONAL DRUG SYNDICATE BUSTED! 💊🚨

Delhi Police Crime Branch/NDR delivers a massive strike against narco-networks! 👊

🔹 3 arrested – including foreign kingpin
🔹 194 gms Cocaine seized worth ₹2.25 CR 💰
🔹 Network spread across Delhi-NCR &… pic.twitter.com/EFx3bAJxW8

— Crime Branch Delhi Police (@CrimeBranchDP) September 12, 2025

पुलिस की पूछताछ में दोनों ने खुलासा किया कि ड्रग्स की ये खेप चिमेजी लाजारस इंडेडिंगे की ओर से भेजी गई थी. जांच के दौरान यह भी सामने आया कि जूडो ही इस रैकेट का सरगना है. इसके बाद पुलिस ने 10 सितंबर को महरौली इलाके में छापा मारकर जूडो को गिरफ्तार कर लिया. उसके कब्जे से 109 ग्राम कोकीन जब्त की गई.

पुलिस जांच में चौंकाने वाला तथ्य सामने आया कि जूडो जनवरी 2023 में इलाज कराने के बहाने भारत आया था. लेकिन आर्थिक तंगी से जूझते हुए उसने ड्रग्स सप्लाई का धंधा शुरू कर दिया. धीरे-धीरे उसने दिल्ली, गुरुग्राम, मेरठ, चंडीगढ़ और हल्द्वानी तक नेटवर्क फैला लिया. इसके बाद खुद को इस गिरोह का सरगना बना लिया.

जूडो ने ड्रग्स की तस्करी के लिए टैक्सी चालक अब्दुल कादिर को अपने साथ मिलाया. उसे प्रति डिलीवरी 1000 रुपए देने का लालच दिया गया. इसके बाद कादिर ने अपने साथी राहुल वाधवा को भी इसमें रैकेट में शामिल कर दिया. वो भी टैक्सी ड्राइवर है. दोनों धीरे-धीरे ड्रग्स सप्लाई की इस चेन का अहम हिस्सा बन गए.

पुलिस ने बताया कि तीनों आरोपियों का कोई पिछला आपराधिक रिकॉर्ड नहीं मिला है. लेकिन इनके नेटवर्क, आर्थिक लेनदेन और संभावित अंतरराष्ट्रीय कनेक्शनों की पड़ताल की जा रही है. फिलहाल पुलिस इस गिरोह के अन्य सदस्यों और सप्लाई चैन की कड़ियों को खंगालने में जुटी है. यह कार्रवाई दिल्ली पुलिस की सतर्कता का सबूत है.

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