पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम (PCOS) एक बहुत ही आम हार्मोनल डिसऑर्डर है, जो ग्लोबल लेवल पर महिलाओं को प्रभावित कर रहा है. वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन (WHO) के अनुसार, माना जाता है कि यह समस्या 6 से 13 प्रतिशत महिलाओं को प्रभावित करती है, लेकिन 70 प्रतिशत मामलों में इसका इलाज नहीं हो पाता है. PCOS अक्सर हार्मोनल इंबैलेंस और इर्रेगुलर पीरियड्स का कारण बनता है. यह सभी को पता है कि PCOS से पीड़ित महिलाओं का वजन तेजी से बढ़ता है. ऐसी महिलाओं के लिए वजन घटाना बहुत ही मुश्किल होता है.
ऐसे में महिलाएं अपने बढ़े वजन से बहुत ज्यादा परेशान रहती हैं. हालांकि, अगर PCOS में वजन कम करना है तो इसके लिए आपको अपनी लाइफस्टाइल में बड़े बदलाव करने होंगे और पूरी मेहनत व लगन से उसे फॉलो करना होगा. चलिए जानते हैं इन टिप्स के बारे में.
रेगुलर एक्सरसाइज:
PCOS से पीड़ित महिलाओं को रेगुलर एक्सरसाइज करनी बहुत जरूरी है. उन्हें अपनी सेहत के लिए यह कदम उठाना ही चाहिए. एडल्ट्स को प्रतिदिन कम से कम 30 मिनट एक्सरसाइज करनी चाहिए. फिजिकल एक्टिविटी आपकी ओवरऑल हेल्थ के लिए फायदेमंद है, जिसमें वेट मैनेजमेंट भी शामिल है. हालांकि, वजन कम होना धीरे-धीरे शुरू हो सकता है, लेकिन एक्सरसाइज कई तरह के हेल्थ बेनिफिट्स देती है.
हेल्दी फैट्स का सेवन बढ़ाएं:
महिलाओं को अपनी डाइट में अलग-अलग तरह के हेल्दी फैट्स शामिल करने से खाना खाने के बाद पेट भरा हुआ महसूस होता है. इससे आप उल्टा-सीधा खाने से बचा जा सकता है. आप अपनी डाइट में एवोकाडो, ऑलिव ऑयल, नारियल का तेल और नट बटर जैसे हेल्दी फैट्स से भरपूर फूड्स शामिल करें.
कार्ब्स कम करें:
कम कार्बोहाइड्रेट खाने से PCOS के मरीजों को वजन कम करने और उनके मेटाबॉलिज्म को बूस्ट करने में मदद मिल सकती है. लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि आप अपनी डाइट से कार्ब्स को पूरी तरह से हटा दें. अपनी डाइट में प्रोटीन और सब्जियां शामिल करने के अलावा, गेहूं की ब्रेड या रोटी पर स्विच करें, जिसमें डाइटरी फाइबर और अन्य मिनरल्स ज्यादा होते हैं.
प्रोसेस्ड फूड्स से रहें दूर:
प्रोसेस्ड फूड्स और एक्सट्रा चीनी वाले प्रोडक्ट्स ब्लड शुगर लेवल को बढ़ा सकते हैं और वजन भी काफी बढ़ा सकते हैं. ऐसे में केक, पेस्ट्री, मिठाई और फास्ट मील में बहुत ज्यादा चीनी और प्रोसेस्ड कार्बोहाइड्रेट शामिल होते हैं.
स्ट्रेस को कंट्रोल करें:
स्ट्रेस वजन बढ़ने का एक फैक्टर हो सकता है. स्ट्रेस आपके शरीर में कोर्टिसोल नाम का हार्मोन बढ़ा देता है, जो एड्रेनल ग्लैंड बनाता है. अगर कोर्टिसोल लंबे समय तक ज्यादा बना रहे तो इससे वजन बढ़ सकता है और शरीर में इंसुलिन सही से काम नहीं करता, जिसे इंसुलिन रजिस्टेंस कहते हैं. हर रोज कुछ समय के लिए ध्यान लगाने की कोशिश करें और कोर्टिसोल लेवल को बनाए रखने के लिए सही मात्रा में नींद लें.