शेयर बाजार (Stock Market) में बीते सप्ताह खासा उतार-चढ़ाव देखने को मिला था. हालांकि, आखिरी कारोबारी दिन सेंसेक्स-निफ्टी दोनों इंडेक्स बढ़त के साथ ग्रीन जोन में बंद हुए थे, लेकिन सप्ताहभर के कारोबार पर नजर डालें, तो Sensex 626.01 अंक या 0.74 फीसदी की गिरावट में रहा था. बात कल से शुरू होने वाले सप्ताह की करें, तो अमेरिका से लेकर भारत तक कई बड़े फैक्टर्स शेयर मार्केट की चाल असर डाल सकते हैं. इनमें जहां 9 जुलाई को Trump Tariff Deadline खत्म हो रही है, तो वहीं अगले हफ्ते देश की सबसे बड़ी आईटी कंपनी टाटा ग्रुप की टीसीएस अपने तिमाही नतीजों (TCS Results) का ऐलान कर सकती है.
पिछले हफ्ते ऐसा था शेयर बाजार का हाल
बीते सप्ताह शेयर बाजार में उतार-चढ़ाव का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि BSE Sensex की टॉप-10 कंपनियों में से जहां छह कंपनियों की मार्केट वैल्यू में गिरावट देखने को मिली, तो वहीं चार कंपनियों का मार्केट कैपिटलाइजेशन तेज उछाल के साथ बढ़ा है. हफ्ते के आखिरी कारोबारी दिन की बात करें, तो बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स इंडेक्स 193.42 अंकों की बढ़त लेकर 83,432.89 के लेवल पर बंद हुआ था, तो वहीं नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी इंडेक्स 55.70 अंक के उछाल के साथ 25,461 पर क्लोज हुआ था.
Trump टैरिफ पर रोक की खत्म हो रही डेडलाइन
कल से शुरू होने वाले सप्ताह में शेयर बाजार की चाल पर सबसे बड़ा असर अमेरिका राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का रेसिप्रोकल टैरिफ डाल सकता है. दरअसल, बीते 2 अप्रैल को भारत को 26% टैरिफ की कैटेगरी में शामिल किया गया था, हालांकि कुछ दिन बाद ही US President ने भारत समेत कई देशों पर लागू टैरिफ पर 90 दिनों के लिए रोक लगा दी थी और अब इसकी डेडलाइन करीब है. जी हां, 9 जुलाई को Trump Tariff Deadline खत्म होने जा रही है और इस बीच India-US Trade Deal पर बनने वाली किसी भी सहमति या असहमति का सीधा असर बाजार में उतार-चढ़ाव ला सकता है.
12 देशों पर टैरिफ बम का असर दिखेगा!
अगले फैक्टर की बात करें, तो अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (US President Donald Trump) दर्जनभर देशों पर टैरिफ बम फोड़ने का ऐलान कर चुके हैं और ये सप्ताह के पहले कारोबार दिन सोमवार फूट सकता है. दरअसल, ट्रंप ने 12 देशों के लिए एक ट्रेड लेटर साइन किया है और कथित तौर पर इसमें लिख दिया है कि उनपर कितना टैरिफ लग रहा है. रॉयटर्स के मुताबिक, एयर फोर्स वन (Air Force One) में पत्रकारों से बात करते हुए ट्रंप ने कबा कि ये लेटर 'स्वीकार करें या छोड़ दें '(Take It Or Leave It) अल्टीमेटम के साथ तमाम देशों को भेजे जाएंगे. हालांकि, उन्होंने इस लिस्ट में शामिल देशों के नाम का खुलासा नहीं किया है. ऐसे में अगर भारत इस लिस्ट में शामिल होता है, तो फिर इसका असर भी शेयर मार्केट (Share Market) पर देखने को मिलेगा.
TCS के तिमाही नतीजे भी डालेंगे प्रभाव
कंपनियों के तिमाही नतीजों का असर शेयर बाजार पर दिखता रहा है और ये सिलसिला फिर से शुरू हो गया है. अगले हफ्ते तमाम आईटी कंपनियां अपने नतीजों का ऐलान करने वाली हैं औऱ इनमें देश की सबसे बड़ी IT Firm टाटा ग्रुप की TCS भी शामिल है. बीते सप्ताह टाटा की इस कंपनी ने ऐलान किया था कि 30 जून को खत्म हुई तिमाही के फाइनेंशियर रिजल्ट को लेकर 10 जुलाई 2025 को TCS Board Of Directors की बैठक आयोजित की जाएगी. ऐसे में इस दिग्गज कंपनी के तिमाही नतीजों का असर भी शेयर बाजार में देखने को मिल सकता है. बता दें कि फिलहाल टीसीएस मार्केट वैल्यू के लिहाज के देश की तीसरी सबसे बड़ी कंपनी है.
(नोट- शेयर बाजार में किसी भी तरह के निवेश से पहले अपने मार्केट एक्सपर्ट्स की सलाह जरूर लें.)
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