भारत के कप्तान शुभमन गिल ने लॉर्ड्स टेस्ट में 22 रन की करीबी हार के बाद अपनी टीम की लड़ाकू भावना पर गर्व जताया, लेकिन उन्होंने एक अर्धशतकीय साझेदारी की कमी और पहली पारी में ऋषभ पंत के रन-आउट को हार का अहम कारण बताया. रवींद्र जडेजा ने शानदार संघर्ष करते हुए 61 रन (181 गेंद) की नाबाद पारी खेली और अंतिम समय तक जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद सिराज के साथ भारत को जीत के करीब ले गए, लेकिन टीम 170 रन पर ऑलआउट हो गई.
मैच के बाद क्या बोले शुभमन गिल
शुभमन ने पोस्ट-मैच प्रेजेंटेशन सेरेमनी में कहा, "मुझे अपनी टीम पर बेहद गर्व है. यह टेस्ट उतना ही करीब था जितना हो सकता है. यह पांच दिन तक चला और आखिरी सत्र में आकर खत्म हुआ. मुझे काफी भरोसा था क्योंकि हमारे पास बल्लेबाज़ी बची हुई थी. हमें केवल 50-50 रन की दो साझेदारियों की ज़रूरत थी, लेकिन हम ऐसा कर नहीं पाए."
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उन्होंने माना कि यदि ऋषभ पंत रन-आउट नहीं होते, तो भारत को 70–80 रन की बढ़त मिल सकती थी और टीम को पांचवें दिन की मुश्किल पिच पर लगभग 200 रन का पीछा नहीं करना पड़ता. जब उनसे पूछा गया कि क्या खिलाड़ी व्यक्तिगत उपलब्धियों पर ज्यादा ध्यान दे रहे हैं, जैसा कि केएल राहुल ने बताया कि उन्होंने पंत से लंच से पहले शतक पूरा करने की बात की थी, इस पर गिल ने कहा, 'दरअसल, यह रन को लेकर निर्णय में गलती (error of judgement) थी, और ऐसा हो सकता है. अगर आप ध्यान से देखें, तो केएल भाई खुद नॉन-स्ट्राइकर एंड (danger end) पर थे.'
जडेजा पर क्या बोले गिल
गिल ने रवींद्र जडेजा के अंतिम समय में बड़े शॉट न खेलने की रणनीति को भी समर्थन दिया. उन्होंने कहा कि वह बहुत अनुभवी हैं और हमने उन्हें कोई संदेश नहीं भेजा था. उन्होंने टेल के साथ शानदार बल्लेबाज़ी की. यह चौथे दिन का अंतिम घंटा था, हम और बेहतर तरीके से खुद को ढाल सकते थे.
गिल ने अंत में कहा, '15 दिनों के टेस्ट क्रिकेट में हमने ज़्यादातर दिन डॉमिनेट किया, लेकिन जो सत्र हमने खराब खेले, वे इतने बुरे थे कि हम दो मैच हार गए. सीरीज स्कोरकार्ड यह नहीं दिखाएगा कि हमने कैसा खेला." भारत-इंग्लैंड के बीच चौथा टेस्ट मैच अब 23 जुलाई से मैनचेस्टर के मैदान पर खेला जाएगा.
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