नेपाल में राजनीतिक संकट और Gen Z आंदोलन से उपजे तनाव के बीच कानपुर के नेपाली मंदिर में शुक्रवार को विशेष पूजा-अर्चना हुई. बड़ी संख्या में नेपाली समाज ने आरती और भजन-कीर्तन कर शांति और स्थिरता की प्रार्थना की. समुदाय के प्रतिनिधियों ने राजनीतिक साजिशों को हालात बिगड़ने का कारण बताया और नेपाल को संकट से बाहर निकालने के लिए एकता और संवाद का आह्वान किया.
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कानपुर नेपाली मंदिर में विशेष पूजा. (Photo: Screengrab)
नेपाल में चल रहे राजनीतिक संकट और Gen Z क्रांति से उपजे तनावपूर्ण हालातों को देखते हुए उत्तर प्रदेश के कानपुर में नेपाली समाज ने शुक्रवार को विशेष पूजा-अर्चना का आयोजन किया. कानपुर स्थित नेपाली मंदिर में बड़ी संख्या में नेपाली समुदाय के लोग इकट्ठा हुए और सामूहिक रूप से आरती और भजन-कीर्तन किया. इस दौरान सभी ने मिलकर नेपाल में शांति, सौहार्द और स्थिरता की प्रार्थना की.
मंदिर परिसर में आयोजित इस कार्यक्रम में गूंजते भजनों और मंत्रोच्चार के बीच समुदाय के बुजुर्गों और युवाओं ने नेपाल के लोगों से अमन-चैन बनाए रखने की अपील की. उनका कहना था कि मौजूदा हालात बेहद कठिन हैं और इस संकट से बाहर निकलने का सबसे अच्छा तरीका धैर्य और एकजुटता है.
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कार्यक्रम में शामिल समाज के प्रतिनिधियों ने कहा कि नेपाल के हालात बिगड़ने के पीछे आम नागरिक या युवा नहीं, बल्कि राजनीतिक साजिश जिम्मेदार है. उनका मानना था कि नेपाल के युवा शांति और विकास चाहते हैं, लेकिन राजनीतिक स्वार्थ के चलते वहां अस्थिरता का माहौल बना हुआ है.
समुदाय के लोगों ने नेपाल की मौजूदा स्थिति पर चिंता जताते हुए एकता और संवाद को समाधान की कुंजी बताया. उन्होंने सभी पक्षों से अपील की कि संवाद और सहयोग का रास्ता अपनाकर ही नेपाल को मौजूदा संकट से बाहर निकाला जा सकता है. नेपाली समाज का विश्वास है कि अगर लोग एकजुट होकर शांति की दिशा में कदम बढ़ाएं, तो नेपाल जल्द ही अमन और विकास की राह पर लौट आएगा.
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