गाजियाबाद में विदेशी यात्राओं की आड़ में 300 करोड़ का घोटाला, फर्जी एंबेसी रैकेट का पर्दाफाश

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Ghaziabad Fake Embassy Case: उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में फर्जी दूतावास (एंबेसी) चलाने के मामले में गिरफ्तार हर्षवर्धन जैन को लेकर नोएडा एसटीएफ रोज नए खुलासे कर रही है. एसटीएफ अधिकारियों के अनुसार, हर्षवर्धन के बी-35 कविनगर स्थित मकान से बरामद दस्तावेजों की जांच से पता चला है कि उसने एहसान अली सैयद के साथ मिलकर विदेशों में कई कंपनियां पंजीकृत कराईं. अब तक 25 कंपनियों और बैंक खातों की जानकारी सामने आ चुकी है. हर्षवर्धन जैन के विदेशों में कई खातों की भी जानकारी प्राप्त हुई है. उसने 10 वर्षों में 162 बार विदेश यात्रा की है. पुलिस अब हर्षवर्धन को रिमांड पर लेने की तैयारी कर रही है. कस्टडी रिमांड की अर्जी कोर्ट में दाखिल की गई है, जिसकी सुनवाई सोमवार को होगी.

300 करोड़ के लोन घोटाले की जांच में जुटी एसटीएफ

एसटीएफ की टीमें 300 करोड़ से अधिक के एक घोटाले की जांच कर रही हैं, जिसमें हर्षवर्धन की संलिप्तता सामने आई है. यह घोटाला विदेश में लोन दिलाने के नाम पर किया गया. इसके अलावा कुछ अन्य घोटालों की भी जांच की जा रही है. नोएडा एसटीएफ के अधिकारियों का दावा है कि हर्षवर्धन हवाला और लाइजनिंग के कारोबार में भी सक्रिय था.

चर्चित व्यक्तियों से संबंध, लंदन में बनाई शेल कंपनियां

हर्षवर्धन की मुलाकात चंद्रास्वामी ने आर्म्स डीलर अदनान खशोगी (सउदी निवासी) और एहसान अली सैयद (लंदन निवासी) से कराई थी. एहसान अली सैयद हैदराबाद का निवासी है जिसने टर्की की नागरिकता ले ली है. चंद्रास्वामी ने ही हर्षवर्धन को लंदन भेजा था. वहां दोनों ने मिलकर कई शेल कंपनियां बनाईं.

विभिन्न देशों में 25 से अधिक कंपनियों और बैंक खातों का नेटवर्क

एसटीएफ को अब तक की जांच में 25 से अधिक कंपनियों की जानकारी मिली है, जिनका डेटा हर्षवर्धन के पास था. इसमें यूके में स्टेट ट्रेडिंग कॉर्पोरेशन लिमिटेड, ईस्ट इंडिया कंपनी यूके लिमिटेड, यूएई में आइलैंड जनरल ट्रेडिंग कंपनी एलएलसी, मॉरीशस में इंदिरा ओवरसीज लिमिटेड और कैमरून (अफ्रीका) में कैमरून इस्पात एसएआरएल शामिल हैं. उसके दुबई में 6, मॉरीशस में 1, यूके में 3 और भारत में 1 बैंक खाता होने की पुष्टि हुई है. इन खातों में हुए लेन-देन की भी जांच जारी है. उसके दो पैन कार्ड भी संज्ञान में आए हैं.

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अदनान खशोगी से जुड़े ट्रांजैक्शन की जांच

एसटीएफ सूत्रों के अनुसार, आर्म्स डीलर अदनान खशोगी से हर्षवर्धन के बैंक अकाउंट में सीधे पैसे ट्रांसफर हुए थे. 2002 से 2004 के बीच खशोगी ने उसे 20 करोड़ रुपये दिए थे. एसटीएफ इस लेन-देन की जांच कर रही है कि इन पैसों का इस्तेमाल किस उद्देश्य से हुआ.

10 सालों में 162 विदेश यात्राएं, 19 देशों का दौरा

पासपोर्ट रिकॉर्ड से खुलासा हुआ है कि हर्षवर्धन ने साल 2005 से 2015 के बीच 10 वर्षों में 162 बार विदेश यात्रा की. वह 19 देशों में गया, जिनमें सर्वाधिक 54 बार यूएई, 22 बार यूके, मॉरीशस, फ्रांस, कैमरून, पोलैंड, श्रीलंका, टर्की, इटली, सेबोर्गो, इंडोनेशिया, सऊदी अरब, सिंगापुर, मलेशिया, जर्मनी और थाईलैंड शामिल हैं. एसटीएफ इन यात्राओं के विस्तृत विवरण की जांच कर रही है.

फर्जी दूतावास का संचालन, 20 बैंक खातों का नेटवर्क

शुरुआत में हर्षवर्धन ने अपने घर से कारोबार शुरू किया और फिर एक किराए के बंगले में फर्जी दूतावास चलाया. पिछले 6 महीनों से वह इसी किराए के बंगले से संचालन कर रहा था. उसके पास कुल 20 बैंक खाते हैं, जिनमें 8 विदेशी और 12 भारतीय हैं. वह 25 शेल कंपनियों का हिस्सा भी था.

आर्थिक तंगी झेल रही कंपनियों को लोन दिलाने का झांसा

हर्षवर्धन और एहसान अली ने स्विट्जरलैंड में उन कंपनियों को लोन दिलाने का झांसा दिया जो आर्थिक तंगी से गुजर रही थीं. एहसान ने इस बहाने 300 करोड़ रुपये लिए और फरार हो गया. फिलहाल वह दुबई में रह रहा है.

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पुलिस रिमांड की तैयारी, 12 डिप्लोमैटिक पासपोर्ट बरामद

हर्षवर्धन जैन को पुलिस रिमांड पर लेने की तैयारी की जा रही है. कोर्ट में कस्टडी रिमांड के लिए अर्जी दी गई है, जिसकी सुनवाई सोमवार को होगी. नोएडा यूनिट के डिप्टी एसपी राजकुमार मिश्रा ने बताया कि आरोपी से पूछताछ की जाएगी. कविनगर पुलिस ने स्थानीय कोर्ट में अर्जी दाखिल की है. आरोपी से सर्वोगा समेत अन्य छोटे देशों के 12 डिप्लोमैटिक पासपोर्ट भी बरामद हुए हैं.

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