मलेशिया के विदेश मंत्री मोहम्मद हसन ने दावा किया है कि थाईलैंड और कंबोडिया सीजफायर के लिए मान गए हैं. दोनों देश के शीर्ष नेता सोमवार को मलेशिया पहुंचेंगे और बातचीत करेंगे. इस संघर्ष में अब तक 30 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है.
X
कंबोडिया के PM हुन मानेट, थाईलैंड के कार्यवाहक PM फुमथाम वेचायाचाई और मलेशियाई विदेश मंत्री हसन (Photo: PTI)
Thailand-Cambodia Ceasefire: एशिया महाद्वीप पर बीते चार दिनों से दो देशों के बीच जंग चल रही था. जो कि अब शांत होने की संभावना है. मलेशिया के विदेश मंत्री मोहम्मद हसन ने दावा किया है कि थाईलैंड और कंबोडिया ने अपने सीमा संघर्ष को सुलझाने के लिए मलेशिया को मध्यस्थ के रूप में स्वीकार कर लिया है. हालांकि, इस बीच दोनों देशों ने एक-दूसरे पर फिर से तोपों से हमला करने का आरोप लगाया है.
न्यूज एजेंसी बर्नामा के अनुसार, मलेशियाई विदेश मंत्री हसन ने बर्नामा ने बताया है कि कंबोडिया के प्रधानमंत्री हुन मानेट और थाईलैंड के कार्यवाहक प्रधानमंत्री फुमथाम वेचायाचाई सोमवार को मलेशिया पहुंचेंगे और बातचीत करेंगे.
विदेश मंत्री हसन ने कहा, 'दोनों देशों ने मलेशिया पर पूरा भरोसा जताया है और मुझे मध्यस्थ की भूमिका निभाने के लिए कहा है. मैंने थाईलैंड और कंबोडिया के विदेश मंत्री से बात की है और उन्होंने भी शांति की बात करते हुए कहा है कि इस मामले में किसी अन्य देश को शामिल नहीं किया जाना चाहिए.'
यह भी पढ़ें: बॉर्डर पर फिर गूंजी तोपें... थाईलैंड-कंबोडिया संघर्ष चौथे दिन भी जारी, सीजफायर की अपील बेअसर
बता दें कि शुक्रवार को लेशियाई प्रधानमंत्री अनवर इब्राहिम, जो आसियान (ASEAN) मंच के अध्यक्ष हैं, कंबोडिया और थाईलैंड के बीच सीजफायर का प्रस्वताव रखा था.
शनिवार को दुनिया के सबसे शक्तिशाली मुल्क अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भी थाईलैंड और कंबोडिया के प्रधानमंत्री से बातकर सीजफायर करने का आग्रह किया था.
थाईलैंड और कंबोडिया के बीच चार दिन पहले सीमा संघर्ष शुरू हुआ था और अब तक इसमें 30 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है, जिनमें दोनों देश के नागरिक शामिल हैं. अधिकारियों के अनुसार, संघर्ष शुरू होने के बाद से सीमा के समीप सटे दो लाख से ज्यादा लोग सुरक्षित स्थानों पर भेजा गया है.
इनपुट: रॉयटर्स
---- समाप्त ----