झांसी जिले के चिरगांव थाना क्षेत्र के पट्टी कुमर्रा गांव में रहने वाले 70 वर्षीय सीताराम अहिरवार का मामला किसी रहस्य से कम नहीं है. सीताराम को पिछले 39 सालों से हर तीन साल पर भादों के महीने में एक काला सांप डसता है. अब तक उन्हें 13 बार डसा जा चुका है, लेकिन हर बार उनकी जान बच जाती है.
परिवार और ग्रामीण बताते हैं कि जब सीताराम 40-42 साल के थे तभी खेत में काम करते समय पहली बार सांप ने काटा था. उन्हें गांव लाकर खेरापति मंदिर में झाड़फूंक की गई और उनकी जान बच गई. इसके बाद हर तीन साल में सांप का डसना सिलसिला बन गया.
70 वर्षीय बुजुर्ग को 13 बार डस चुका है सांप
ग्रामीणों का कहना है कि सांप काटने से दो दिन पहले सीताराम को सपना आता है कि वह काटने वाला है. कई बार बचने की कोशिश की गई लेकिन सांप हर बार उन्हें डस देता है. खास बात यह है कि सांप सीताराम के अलावा परिवार में किसी को नहीं डसता. झाड़फूंक करने वाले कमलेश का कहना है कि सांप हर बार काला होता है. वे तब तक नहीं जानते जब तक सीताराम को बेहोशी की हालत में ट्रॉली में लाकर नहीं रखते.
झाड़फूंक से बची बुजुर्ग सीताराम की जान
झाड़फूंक करने के बाद उन्हें खेरापति मंदिर ले जाकर बंधन काटते हैं. उनका मानना है कि सांप कोई देवता हो सकता है या फिर किसी पुराने विवाद या गड़े धन से जुड़ा मामला हो सकता है. हाल ही में भी सांप ने सीताराम को काटा था लेकिन इस बार भी वे सही सलामत हैं. यह अनोखा मामला पूरे इलाके में चर्चा का विषय बना हुआ है.
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