पाकिस्तान में इस साल मॉनसून की बारिश ने भारी तबाही मचाई है. प्रांतीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के अनुसार पंजाब प्रांत में ही पिछले 24 घंटों में कम से कम 63 लोगों की मौत हो गई है और 300 लोग घायल हो गए हैं. रावलपिंडी में भारी बारिश के कारण आई बाढ़ में लाडियन गांव के डूबे हुए घर. (AFP)
पाकिस्तान में मॉनसून का मौसम जून से सितंबर तक रहता है. इस साल शुरू हुई भारी बारिश ने देश के कई हिस्सों को बाढ़ में डुबो दिया है. पंजाब प्रांत के ताउंसा जिले में भारी बारिश के बाद बाढ़ग्रस्त गांव के अपने घर से जरूरत का सामान लेकर जाता हुआ व्यक्ति. (AFP)
पाकिस्तान के सिंध प्रांत के हैदराबाद में हुई भारी बारिश के बाद सड़कों पर पानी भर गया जिससे यातायात में परेशानियों को सामना करना पड़ा. (AFP)
रावलपिंडी में भारी बारिश के कारण बाढ़ग्रस्त सड़क पर खराब खड़ी एक कार और अपने पालतू डाॅग सुरक्षित स्थान पार ले जाने की जद्धोजहद में एक व्यक्ति. (AFP)
पाकिस्तान मौसम विभाग ने झेलम नदी के लिए उच्च बाढ़ की चेतावनी जारी की है. आसपास की दूसरी नदियों का पानी भी उफान पर आ सकता है. बाढ़ग्रस्त गांव में फंसे ग्रामीणों को नाव से सुरक्षित स्थान पर ले जाते हुए बचावकर्मी. (AFP)
सिंध प्रांत के हैदराबाद में भारी मॉनसूनी बारिश के बाद बाढ़ के पानी में डूबे अपने घरों के बाहर निकल सुरक्षित स्थानों के लिए जाते हुए लोग. (AFP)
लाहौर में भारी मॉनसूनी बारिश के कारण कई घरों की छतें ढह गईं जिससे उनमें रहने वाले लोगों को काफी जानमाल का नुकसान हुआ है. पाकीस्तान की राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के अनुसार 25 जून से अब तक देश भर में 1,000 से ज्यादा घरों के क्षतिग्रस्त होने की सूचना है. (AFP)
पाकिस्तान के रावलपिंडी में मूसलाधार बारिश से जलमग्न सड़क से गुजरते वाहन चालक. क्लाइमेट चेंज और जल निकासी का खराब प्रबंधन ऐसी बाढ़ रूपी आपदाओं का प्रमुख कारण है. (AP)
यह आपदा जलवायु परिवर्तन और खराब प्रबंधन का दुखद परिणाम है
रावलपिंडी में भारी बारिश से जलमग्न हुई सड़क से गुजरता एक व्यक्ति. बढ़ते शहरी विस्तार, नालियों की खराब हालत शहरों में बारिश के समय जल भराव को एक मुख्य कारण है. (AFP)
पाकिस्तान वैश्विक कार्बन उत्सर्जन में केवल 0.5% योगदान देता है, लेकिन जलवायु परिवर्तन के प्रभावों से सबसे ज्यादा प्रभावित देशों में शामिल है. (AP)
पाकिस्तान के रावलपिंडी में बाढ़ग्रस्त सड़क पर अपनी जरूरत के सामानों को बैग में भरकर लेकर जाते हुए स्थानीय निवासी. मूसलाधार बारिश के कारण कई इमारतें ढह गईं और कई कमजोर घरों की छतें भी गिर गईं. (AP)