दिल्ली हाईकोर्ट में शुक्रवार को उस समय माहौल गरम हो गया, जब दिवंगत बिजनेसमैन संजय कपूर की 30 हजार करोड़ रुपये की संपत्ति से जुड़े हाई-प्रोफाइल मामले में दो वकीलों के बीच जमकर तीखी बहस हो गई. दोनों ही वकीलों ने एक-दूसरे पर बहस में बाधा डालने का आरोप लगाया.
दरअसल यह बहस संजय कपूर की पत्नी प्रिया सचदेवा कपूर की ओर से पेश हुए राजीव नायर और करिश्मा कपूर की ओर से पेश हुए महेश जेठमलानी के बीच हुआ. दोनों का बहस का वीडियो भी सोशल मीडिया पर इस समय वायरल है.
गौरतलब है कि करिश्मा कपूर, संजय कपूर की दूसरी पत्नी थीं. उनके बच्चों, समायरा और कियान ने पिता की संपत्ति में हिस्सेदारी के लिए केस दायर किया है. इसके साथ ही प्रिया सचदेवा पर उनकी वसीयत के दस्तावेज और महत्वपूर्ण जानकारी को छिपाने का आरोप लगाया है.
दिल्ली कोर्ट में क्या हुआ?
सोशल मीडिया पर वायरल हुए एक वीडियो में जज ज्योति सिंह और दोनों वकील दिखाई दे रहे हैं. वीडियो में दिखाया गया है कि जब प्रिया के वकील नायर बोल रहे थे, तब जेठमलानी कुछ कहने की कोशिश कर रहे थे, इस पर नायर ने जवाब दिया, 'कृपया मुझे बीच में न रोकें. मुझे आपके बीच में टोकने की आदत नहीं है.' इसके बाद जेठमलानी ने कड़ी फटकार लगाते हुए कहा, 'तुम्हें अपनी ही दवा का स्वाद चखना चाहिए और मुझ पर चिल्लाना नहीं चाहिए. तुमने मुझे बीच में ही टोक दिया. मुझ पर चिल्लाओ मत, थोड़ी तमीज रखो.'
जैसे ही नायर बोलना शुरू करते हैं, जेठमलानी उन्हें बीच में ही रोकते हुए कहते हैं, 'अगर तुम चिल्लाओगे, तो तुम्हें कीमत चुकानी पड़ेगी. मैं कोई आसानी से हार मानने वाला नहीं हूं'
आखिर क्या है पूरा मामला?
करिश्मा कपूर के दोनों बच्चें अपने पिता संजय कपूर की संपत्ति का हक मांग रहे हैं. करिश्मा कपूर के बच्चों का कहना है कि संजय कपूर की संपत्ति से उन्हें पूरी तरह बाहर रखा गया है और बताया गया कि वसीयत में उनका नाम नहीं है. उन्होंने यह भी दावा किया कि प्रिया सचदेवा ने शुरू में उन्हें और उनकी मां को बताया था कि कोई वसीयत नहीं है और सारी संपत्ति आरके फैमिली ट्रस्ट के पास है. लेकिन कुछ हफ्ते बाद 21 मार्च, 2025 की एक वसीयत रहस्यमय तरीके से सामने आई.
हालांकि इसमें मोड़ तब आया जब प्रिया सचदेवा ने कोर्ट को बताया कि मुकदमा दायर करने से पहले ही दोनों बच्चों को पारिवारिक ट्रस्ट से 1,900 करोड़ रुपये की संपत्ति मिल चुकी थी.
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