बांदा में पुलिस ने बकरी चोरी करने वाले गैंग के 7 बदमाशों को मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार कर लिया है. आरोपी कई जिलों में गैंग बनाकर रात में लग्जरी गाड़ियों से बकरियां चोरी करते थे. पुलिस ने उनके पास से 26 बकरियां, अवैध हथियार और एक हुंडई कार बरामद की है. सभी पर गैंगस्टर एक्ट समेत गंभीर धाराएं लगी हैं.
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मुठभेड़ के बाद पुलिस के गिरफ्त में आरोपी.(Photo: Siddhartha Gupta/ITG)
उत्तर प्रदेश के बांदा में पुलिस ने वर्षों से सक्रिय बड़े बकरी चोर गिरोह का पर्दाफाश करते हुए सात शातिर बदमाशों को गिरफ्तार किया है. इनमें से तीन आरोपियों को पुलिस मुठभेड़ के दौरान गोली लगी, जिन्हें इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है. यह गिरोह पिछले कई सालों से पूरे बुंदेलखंड क्षेत्र में सक्रिय था और बड़ी मात्रा में बकरी चोरी की वारदातों को अंजाम देता था.
जानकारी के मुताबिक, आरोपी गैंग रात में रेकी करने के बाद लग्जरी गाड़ियों से गांवों में घुसते थे और अवैध असलहों के बल पर विरोध करने वालों को डराकर एक रात में 25 से 30 बकरियां चोरी कर लेते थे. इन बकरियों की कीमत 3 से 5 लाख रुपये तक होती थी. इसके बाद बकरियों को ट्रकों में लादकर कानपुर में बेच दिया जाता था.
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पिछले कुछ दिनों से बांदा में बकरी चोरी की घटनाएं बढ़ने के बाद एसपी पलाश बंसल ने विशेष टीमों का गठन किया. इसी बीच पुलिस को सूचना मिली कि मटौंध थाना क्षेत्र के आलमखोर जंगल में यह गैंग छिपा हुआ है. पुलिस ने जब घेराबंदी की तो बदमाशों ने फायरिंग शुरू कर दी.
जवाबी कार्रवाई में इकरास, वहीद और मलश खान को गोली लगी जबकि तौहीद, सिकारस, अन्ताश और आकम खान को मौके से गिरफ्तार कर लिया गया. सभी आरोपी महोबा जिले के निवासी हैं.
मामले में पुलिस ने कही ये बात
ASP शिवराज ने बताया, पुलिस ने बदमाशों के कब्जे से 26 महंगी बकरियां, एक हुंडई कार और कई अवैध असलहे बरामद किए हैं. यह गिरोह जंगलों में झोपड़ियां बनाकर ठिकाना बनाता था और गांवों में रेकी कर वारदात को अंजाम देता था. पुलिस अब इनके अन्य साथियों और गैंग के नेटवर्क की जांच कर रही है. सभी आरोपियों पर गैंगस्टर एक्ट समेत कई गंभीर धाराओं में मुकदमे दर्ज कर आगे की कार्रवाई की जा रही है.
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