Tesla India Entry: सालों के लंबे इंतज़ार के बाद आखिरकार एलन मस्क के नेतृत्व वाली इलेक्ट्रिक कार कंपनी Tesla ने आज भारतीय बाजार में आधिकारिक रूप से प्रवेश का ऐला कर दिया है. आज 15 जुलाई 2025 को कंपनी ने भारतीय बाजार में अपनी पहली इलेक्ट्रिक कार 'Tesla Model Y' को आधिकारिक रूप से लॉन्च किया है. फुल सेल्फ-ड्राइविंग कैपेबिलिटी के साथ आने वाली ये मॉर्डन कार जहां देश भर में चर्चा का विषय बनी हुई है, वहीं इसका ड्राइवरलेस फीचर लोगों के जेहन में सवाल भी खड़ा कर रहा है.
टेस्ला अपनी इस कार को दो अलग-अलग वेरिएंट रियल व्हील ड्राइव और लांग रेंज के साथ पेश किया है. साथ ही ऑफिशियल वेबसाइट पर इस कार के साथ फुल सेल्फ-ड्राइविंग कैपेबिलिटी (Seld Driving) को अनलॉक करने की भी सुविधा दी जा रही है. इसके लिए ग्राहक को कार की कीमत के अलावा अलग से 6 लाख रुपये देने होंगे, जैसा कि वेबसाइट पर दिखाया गया है. फुल सेल्फ-ड्राइविंग कैपेबिलिटी का अर्थ एक ड्राइवरलेस कार, यानी इस कार को बिना ड्राइवर के भी चलाने की सुविधा मिलेगी.
3 साल पहले 'गिल्टी माइंड्स' ने क्या दिखाया था?
ऐसे में सड़क पर एक ड्राइवरलेस कार की मौजूदगी और दूसरे लोगों की सुरक्षा किस तरह से सुनिश्चित की जा सकेगी. इसी मुद्दे पर अमेजन प्राइम ने तकरीबन 3 साल पहले एक वेब-सीरीज 'गिल्टी माइंड्स' रिलीज की थी. जिसमें एक ड्राइवरलेस कार और रेगुलर टैक्सी में एक्सीडेंट होता है. ये मामला कोर्ट में पहुंचता है और दोनों पक्षों की तरफ से तमाम दलील दी जाती है कि, आखिर दोषी कौन है? क्या एक्सीडेंट ड्राइवरलेस कार की वजह से हुआ या फिर उससे भिड़ने वाले टैक्सी चालक की लापरवाही थी.
वेब सीरीज की कहानी में क्या हुआ था...
वेब सीरीज की इस घटना में, प्रिया नामक की एक लड़की को ले जा रही EHNO कंपनी की ड्राइवरलेस कार अचानक एक आदमी के सामने आने से रुक जाती है. अगले ही पल, पीछे से एक तेज़ रफ़्तार कार आती है और रुकी हुई EHNO से टकरा जाती है, जिससे आगे वाला आदमी भी घायल हो जाता है. इस दुर्घटना में उस आदमी के दोनों पैर कट जाते हैं और पीछे से आ रही टैक्सी का ड्राइवर भी मर जाता है.
इस कहानी के फ्लैशबैक में कहानी के मुख्य पात्र यानी ड्राइवरलेस कार के शुरुआत की जड़ छिपी है. दरअसल, EHNO के मालिक, जिन्होंने एक दुर्घटना में अपने बेटे को खो दिया था और वर्षों के रिसर्च एंड डेवलपमेंट के बाद ड्राइवरलेस कार बनाई थी. इस हादसे के बाद अपने मामले पर बहस करने के लिए लोकप्रिय कानूनी फिल्म खन्ना एंड खन्ना एसोसिएट्स से संपर्क करते हैं और कानूनी लड़ाई शुरू होती है.
कोर्ट में क्या होता है?
मामले की कार्यवाही के दौरान, अभियोजक पक्ष ने EHNO कार पर टक्कर मारकर भागने का आरोप लगाया. प्रॉसिक्यूटर ने कहा कि, दुर्घटना के बाद कार पीछे मुड़ी और "क्राइम स्पॉट से भागने" का प्रयास किया. वो इस बात की तरफ संकेत देना चाहते हैं कि, कैसे एआई-प्रोग्राम्ड मशीनें भी जिम्मेदारी से बचते हुए भाग रही थीं, बिल्कुल अपने निर्माताओं की तरह.
कोर्ट ने क्या आदेश दिया?
दोनों पक्षों की तमाम दलीलों को सुनने के बाद अंतिम फैसले में, न्यायाधीश ने कहा कि दावे तो सही हैं, लेकिन इस दुर्घटना के लिए सभी पक्ष समान रूप से ज़िम्मेदार हैं. इसके बाद, उन्होंने EHNO को दोनों याचिकाकर्ताओं में से प्रत्येक को 33% मुआवज़ा देने का आदेश दिया.
वेब सीरीज़ के इस हादसे में काल्पनिक ड्राइवरलेस कार कंपनी EHNO कटघरे में खड़ी होती नज़र आती है. जिस पर दूसरा पक्ष आरोप लगाता है कि, यदि EHNO की कार में मौके पर कोई चालक मौजूद होता तो वो स्थिति की गंभीरता और संवेदनशीलता को समझता और ये हादसा नहीं होता. वहीं दूसरा पक्ष आरोप लगाता है कि, इस हादसे में टैक्सी ड्राइवर की गलती थी.
आप इसका वेब सीरीज का वीडियो नीचे देख सकते हैं.
खैर, अब सवाल ये उठता है कि, टेस्ला जैसी ड्राइवरलेस कारें भारतीय सड़कों पर काम कर सकती हैं? इस तरह की कारों के लिए भारत में क्या कानून है? क्या बिना ड्राइवर के चलने वाली कारों को सड़क पर उतारने की अनुमति है? तो इसका जवाब है 'ना', क्योंकि भारत में अभी ड्राइवरलेस कारों को सार्वजनिक सड़क पर चलाने की अनुमति नहीं है और ऐसा करते हुए पकड़े जाने पर जुर्माने का भी प्रावधान है.
नितिन गडकरी ने कहा था... 'ऐसा नहीं होने दूंगा'
बता दें कि, दिसंबर 2023 में IIM नागपुर द्वारा आयोजित जीरो माइल संवाद के दौरान देश में सड़क सुरक्षा संबंधी चिंताओं को संबोधित करते हुए
केंद्रीय सड़क परिवहन राजमंत्री नितिन गडकरी ने साफ तौर पर कहा था कि, "मैं भारत में ड्राइवरलेस कारों को कभी भी आने की अनुमति नहीं दूंगा, क्योंकि इससे कई चालकों की नौकरियां चली जाएंगी और मैं ऐसा नहीं होने दूंगा."
भारत में कहां खुला टेस्ला शोरूम?
टेस्ला ने मुंबई के बांद्रा कुर्ला कॉम्प्लेक्स में देश का पहला शोरूम खोला है. आज महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने इस एक्सपीरिएंस सेंटर का शुभारंभ किया. दिल्ली-मुंबई में Model Y के एंट्री लेवल मॉडल की ऑन-रोड कीमत 61.07 लाख रुपये और गुरुग्राम में 66.07 लाख रुपये है. इसमें जीएसटी भी शामिल है.
सिंगल चार्ज में कितना चलेगी ये कार?
टेस्ला मॉडल Y के रियर व्हील ड्राइव वेरिएंट को भारतीय बाज़ार में दो अलग-अलग बैटरी पैक (60 kWh और बड़े 75 kWh बैटरी पैक) के साथ पेश किया जा रहा है. इसके RWD वेरिएंट में एक सिंगल इलेक्ट्रिक मोटर दिया गया है, जो लगभग 295 hp की पावर जेनरेट करता है. इसके अलावा 60 kWh की बैटरी एक बार चार्ज करने पर 500 किमी की ड्राइविंग रेंज (WLTP सर्टिफाइड) रेंज देती है. जबकि लॉन्ग रेंज वेरिएंट 622 किमी की ड्राइविंग रेंज देता है. इस कार की बैटरी सुपरचार्जर से महज 15 मिनट में इतनी चार्ज हो जाएगी आपको तकरीबन 238 किमी से 267 किमी तक की ड्राइविंग रेंज मिलेगी.
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