जब भी हम अपने शहर से बाहर कहीं पढ़ाई या जॉब के लिए जाते हैं तो हमें हॉस्टल या फ्लैट लेकर रहना पड़ता है. घर से दूर हॉस्टल में रहने पर कई तरह की दिक्कतें आती हैं. भारत में कई ऐसे वीडियो आपको देखने को मिल जाएंगे, जो हॉस्टल की खामियों को बयां करते हैं. लेकिन, सोशल मीडिया पर चाइना के हॉस्टल का एक वीडियो वायरल हो रहा है. जिसमें हॉस्टल की सुविधाओं को देखकर लोग कह रहे हैं कि भारतीय डॉर्म और चीनी डॉर्म में बहुत अंतर है. वहीं की साफ-सफाई, , खुला वातावरण, प्रिंटिंग मशीन, वॉशिंग मशीन सुविधा, वॉशरूम सुविधा जैसी मुफ्त चीजें. वहां की साफ-सफाई और स्वच्छता देखकर लोग काफी हैरान हैं. कुछ लोगों का कहना है कि इस तरह की जगह पर रहने से निश्चित रूप से मुझे मानसिक शांति, अच्छा स्वास्थ्य और अधिक से अधिक स्वतंत्र महसूस करने की क्षमता मिल सकती है. तो चलिए जानते हैं वीडियो में क्या है.
भारतीय छात्रा ने बनाया वीडियो
वीडियो एक भारतीय छात्रा सलोनी चौधरी द्वारा बनाया गया है, जो चीन के शेनझेन में एक विश्वविद्यालय में पढ़ाई कर रही हैं. इस वीडियो में उन्होंने अपने हॉस्टल और विश्वविद्यालय जीवन की झलक शेयर की है. सबसे पहले वे अपने हॉस्टल बिल्डिंग का टूर कराती हैं, उनका कमरा 17वीं मंजिल पर स्थित है. हॉस्टल में लड़के और लड़कियों के लिए अलग ब्लॉक होता है और प्रवेश के लिए आईडी कार्ड या बायोमेट्रिक सिस्टम का उपयोग होता है. उनका कमरा चार लोगों के लिए डॉर्मिटरी है. जहां बाथरूम और ड्रेसिंग एरिया काफी साफ-सुथरा और व्यवस्थित है. वहां वॉशिंग मशीन मुफ्त उपलब्ध है, जिससे कपड़े धोना आसान हो जाता है. स्टडी के लिए भी अलग से स्पेस है.
सलोनी बताती हैं कि यूं तो पूरा हॉस्टल सुगम और आरामदायक है, लेकिन यहां कि लोकेशन और सुविधाएं उन्हें काफी अच्छी लगीं. वह कहती हैं कि वह पूर्ण फंडेड स्कॉलरशिप पर पढ़ रही हैं ट्यूशन फीस और अन्य खर्च नहीं हैं, जो अंतरराष्ट्रीय छात्रों के लिए बड़ी राहत है. सोशल मीडिया पर वीडियो बहुत पसंद किया गया.
एक यूजर ने लिखा-"चीन में हॉस्टल इतना साफ़, सुविधाजनक और शैक्षिक माहौल प्रदान करता है, यह मानसिक शांति और प्रोडक्टिविटी दोनों बढ़ाता है. दूसरे ने कहा-"आपका हॉस्टल जैसे किसी कोरियाई ड्रामे से आया हो — बिलकुल खूबसूरत और आरामदायक. शेनझेन स्थित विश्वविद्यालय का हॉस्टल सुविधाजनक, स्वच्छ और आधुनिक है.
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