कश्मीर घाटी में हाल की बाढ़ ने सेब उत्पादकों को भारी नुकसान पहुंचाया है. पुलवामा जिले के एक बागान में बाढ़ ने सेब की फसल को बर्बाद कर दिया, जहां एक कश्मीरी किसान ने मिट्टी से सने गिरे हुए सेबों को दिखाकर अपना दर्द बयां किया. Photos: AP
यह घटना कश्मीर की सेब उद्योग को झकझोर रही है, जो सालाना 12000 करोड़ रुपये का कारोबार करती है. पिछले हफ्ते (अगस्त 2025 के अंत में) कश्मीर में भारी बारिश और बादल फटने से झेलम नदी उफान पर आ गई. Photos: AP
पुलवामा, शोपियां, कुलगाम और अनंतनाग जैसे दक्षिण कश्मीर के जिलों में बाढ़ ने हजारों एकड़ सेब के बागानों को डुबो दिया. सेब की फसल कटाई के समय थी, लेकिन बाढ़ ने पेड़ों को उखाड़ फेंका, फल गिरा दिए और मिट्टी से सने सेबों को बर्बाद कर दिया. Photos: AP
पुलवामा के किसान शाहिद अहमद ने कहा कि मेरा परिवार सेब के बागानों पर निर्भर है, लेकिन बाढ़ ने सब कुछ तबाह कर दिया. उन्होंने अपने बागान में मिट्टी से सने गिरे सेबों को दिखाकर दर्द बयां किया. पुलवामा और कुलगाम में 70% से ज्यादा फसल नष्ट हो गई. Photos: AP
सेब के पेड़ों में पानी भर गया, फल सड़ गए और कई पेड़ उखड़ गए. यह नुकसान करीब 600-700 करोड़ रुपये का है. जम्मू-श्रीनगर हाईवे पर भूस्खलन से ट्रक फंस गए, जिससे फसल बाहर नहीं भेजी जा सकी. किसान अब सड़क किनारे सेब फेंक रहे हैं. Photos: AP
कश्मीर सेब उद्योग दुनिया में मशहूर है, जो 22-24 लाख मीट्रिक टन सेब पैदा करता है. यह 23 लाख लोगों को रोजगार देता है. लेकिन बाढ़ ने फसल को नुकसान पहुंचाया, जिससे किसानों का एक साल का मेहनत बर्बाद हो गया. पुलवामा के किसान इकबाल अहमद ने कहा कि सरकार बीमा और योजनाओं की बात करती है, लेकिन आपदा में हम अकेले रह जाते हैं. Photos: AP
शोपियां जिसे ‘सेब का कटोरा’ कहा जाता है, सबसे ज्यादा प्रभावित हुआ. सरकार ने 2014 की बाढ़ की तरह मुआवजा देने का वादा किया है, लेकिन किसान कहते हैं कि छोटे बागवानों तक मदद नहीं पहुंचती. फसल नष्ट होने से खाद्य असुरक्षा बढ़ सकती है. Photos: AP
हाईवे पर भूस्खलन से ट्रक फंसे और दिल्ली-मुंबई के बाजारों में सेब की कमी हो गई. रेलवे ने दिल्ली के लिए पार्सल सेवा शुरू की लेकिन यह पर्याप्त नहीं है. यह बाढ़ अगस्त 2025 के अंत में भारी बारिश और बादल फटने से आई. झेलम नदी का जलस्तर 27 फीट से ऊपर चला गया. अनंतनाग और पुलवामा में नदियां उफान पर आ गईं. Photos: AP
जलवायु परिवर्तन से ऐसी घटनाएं बढ़ रही हैं. किसान मुजफ्फर अहमद ने कहा कि 80-90% धान और सेब नष्ट हो गया. सरकार को बागानों की मरम्मत, बीमा और हाईवे सुधार पर ध्यान देना चाहिए. किसान अब सेब को सड़क किनारे फेंक रहे हैं, क्योंकि कीमतें गिर गईं. यह कश्मीर की अर्थव्यवस्था को झटका है. Photos: AP
पुलवामा के किसान का मिट्टी से सने सेबों का प्रदर्शन कश्मीर की सेब उद्योग की दर्दनाक स्थिति दिखाता है. बाढ़ ने हजारों एकड़ बागानों को बर्बाद कर दिया, जिससे 600-700 करोड़ का नुकसान हुआ. सरकार को तुरंत मुआवजा और राहत देनी चाहिए. Photos: AP