कानपुर में जेवर के लालच और पारिवारिक रंजिश से उपजा एक खौफनाक सच सामने आया है. एक दामाद ने अपने ससुर की जान लेने के लिए अपराधियों को छह लाख की सुपारी दे डाली. हैरानी की बात यह कि यह हत्या किसी सुनसान जगह पर नहीं, बल्कि अस्पताल के अंदर की गई. पुलिस ने मामले का पर्दाफाश करते हुए आरोपी दामाद मोहित सिंह को गिरफ्तार कर लिया है.
जेके कैंसर हॉस्पिटल में मिली लाश
19 अक्टूबर की सुबह जेके कैंसर हॉस्पिटल में अफरातफरी मच गई. एक शव अस्पताल परिसर में पड़ा मिला. शव की पहचान राजकुमार सिंह (58) के रूप में हुई, जो बगल के टीवी हॉस्पिटल में अपनी पत्नी अनीता सिंह का इलाज करा रहे थे. अस्पताल के अंदर हुई इस हत्या ने पुलिस और प्रशासन के होश उड़ा दिए. डीसीपी एसके सिंह के मुताबिक, हत्या बेहद योजनाबद्ध तरीके से की गई थी. शव मिलने के बाद जब जांच शुरू की गई तो हर कदम पर कहानी और दिलचस्प होती गई.
CCTV और कॉल डिटेल ने खोला पूरा खेल
पुलिस ने हत्या की गुत्थी सुलझाने के लिए करीब 200 CCTV कैमरों की फुटेज खंगाली. जांच के दौरान एक फुटेज ने सबकुछ साफ कर दिया. राजकुमार सिंह को उनके दामाद मोहित सिंह के साथ जाते हुए देखा गया. तीन लोग बाइक पर सवार थे, बीच में राजकुमार बैठे थे. यह फुटेज पुलिस को बेहद संदिग्ध लगी. आगे की जांच में जब मोहित के मोबाइल की कॉल डिटेल्स खंगाली गईं तो खुलासा हुआ कि वह लगातार दो शातिर अपराधियों से संपर्क में था जिनमें से एक हाल ही में इटावा जेल से छूटा था.
दामाद ने उगला सच
पुलिस पूछताछ में मोहित ने सनसनीखेज खुलासा किया. उसने बताया कि उसका अपने ससुर से लंबे समय से विवाद चल रहा था. उसकी पत्नी नम्रता के लाखों के जेवर ससुर राजकुमार सिंह के पास थे, जिन्हें लौटाने से उन्होंने इनकार कर दिया था. इसी बात से नाराज होकर उसने साजिश रची. मोहित ने कबूला कि ससुर लगातार मेरी जिंदगी में दखल देते थे. जेवर लौटाने को लेकर झगड़ा हुआ तो मैंने गुस्से में आकर दो लोगों को छह लाख की सुपारी देकर उनकी हत्या करवा दी.
हॉस्पिटल के बहाने बुलाया, वहीं कर दी हत्या
पुलिस के मुताबिक, सास के इलाज का बहाना बनाकर मोहित ससुर के पास गया. उसने दोनों सुपारी किलर्स को साथ लेकर उन्हें पहचान कराई और बहाने से जेके कैंसर हॉस्पिटल के अंदर बुलाया. मौका मिलते ही दोनों ने राजकुमार सिंह की बेरहमी से हत्या कर दी और मौके से फरार हो गए. हत्या के बाद मोहित बड़ी चतुराई से वहां से निकल गया ताकि किसी को शक न हो. लेकिन CCTV कैमरों और कॉल रिकॉर्ड्स ने उसका झूठ उजागर कर दिया.
साजिश में कई परतें हैं
डीसीपी एसके सिंह ने बताया कि हत्या के पीछे पारिवारिक विवाद और लालच दोनों कारण हैं. आरोपी दामाद मोहित सिंह को गिरफ्तार कर लिया गया है. उसने जुर्म कबूल कर लिया है. बाकी दो आरोपी अपराधी फरार हैं, जिनमें से एक हाल ही में जेल से छूटा था. उनकी तलाश में टीम दबिश दे रही है. पुलिस को शक है कि मोहित ने हत्या की योजना कई दिन पहले बनाई थी. उसने अपराधियों को पैसा देने से पहले पूरे अस्पताल परिसर का निरीक्षण किया था ताकि हत्या बिना शोर-शराबे के अंजाम दी जा सके.
परिवार में सदमे का माहौल
राजकुमार सिंह की मौत से परिवार पर गम का पहाड़ टूट पड़ा है. परिजन अभी भी यह विश्वास नहीं कर पा रहे कि घर का ही सदस्य, जिसे उन्होंने बेटी का पति बनाकर घर में जगह दी, वही खून का प्यासा बन जाएगा. राजकुमार सिंह लंबे समय तक एक सरकारी विभाग में कार्यरत रहे थे और उन्हें इलाके में एक ईमानदार व्यक्ति के रूप में जाना जाता था. उनकी पत्नी अनीता सिंह की हालत अभी भी गंभीर बताई जा रही है.
फरार सुपारी किलर्स की तलाश
हत्या के बाद से दोनों सुपारी किलर्स फरार हैं. पुलिस ने उनकी लोकेशन ट्रेस करने के लिए सर्विलांस टीम और क्राइम ब्रांच की मदद ली है. सूत्रों के अनुसार, दोनों बदमाश इटावा और औरैया के बीच किसी इलाके में छिपे होने की आशंका है. पुलिस को उम्मीद है कि जल्द ही दोनों आरोपी भी पकड़ लिए जाएंगे, जिसके बाद इस पूरे केस की परत-दर-परत सच्चाई सामने आएगी.
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