नोएडा में एक्सप्रेस-वे थाना पुलिस ने एक बड़े साइबर ठगी गिरोह का पर्दाफाश किया है. पुलिस का कहना है कि यह गिरोह यहां फर्जी कॉल सेंटर चला रहा था. इसके माध्यम से विदेशी नागरिकों को निशाना बनाकर करोड़ों की ठगी की जाती थी. पुलिस ने इस गिरोह के 12 सदस्यों को गिरफ्तार किया है. इसी के साथ उपकरण, डिजिटल करंसी और गिफ्ट वाउचर भी बरामद किए हैं. पुलिस इस पूरे मामले की जांच कर रही है.
जानकारी के अनुसार, थाना एक्सप्रेस-वे पुलिस ने जेपी कोसमॉस सोसायटी के टावर KM-7 में छापा मारा. यहां पता चला कि फर्जी कॉल सेंटर चल रहा था. पुलिस ने मौके से दो महिलाओं सहित 12 लोगों को गिरफ्तार किया है. इसी के साथ 10 लैपटॉप, 16 मोबाइल फोन, 9 लैपटॉप चार्जर, 9 हेडफोन, 5 की-बोर्ड, 5 माउस, इंटरनेट राउटर और अन्य इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस बरामद की हैं.
डीसीपी नोएडा यमुना प्रसाद के अनुसार, आरोपी टेलीग्राम और स्काइप जैसे प्लेटफॉर्म के जरिए अमेरिका के नागरिकों से संपर्क करते थे. यह गिरोह ऐप्स के जरिये विदेशी नागरिकों का डेटा खरीदता था और फिर उन्हें लोन दिलाने का झांसा देकर ठगी करता था.
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आरोपी पहले 300 डॉलर बतौर प्रोसेसिंग फीस मांगते थे. इसके बाद गिफ्ट कार्ड जैसे एप्पल ई-बाई और वॉलमार्ट के जरिये पेमेंट मंगवाई जाती थी. कई बार जिन पीड़ितों के पास तुरंत पैसे नहीं होते थे, उन्हें आरोपी फर्जी चेक भेज देते थे, जिसे बैंक में जमा करवाने पर यदि क्लियर हो जाता था, तो उसकी रकम भी आरोपी हड़प लेते थे.
इस गैंग के सदस्य बिहार, मणिपुर, नागालैंड, गुजरात और मुंबई के रहने वाले हैं. सभी अंग्रेजी बोलने में माहिर हैं. पुलिस जांच में सामने आया है कि गैंग यूएसडीटी (डिजिटल करेंसी) और गिफ्ट वाउचर के रूप में पेमेंट लेता था.
डीसीपी यमुना प्रसाद ने बताया कि यह गिरोह बड़े स्तर पर काम कर रहा था और करोड़ों की ठगी कर चुका है. पुलिस अब इस नेटवर्क से जुड़े अन्य आरोपियों और उनके बैंक खातों की भी जांच कर रही है. आरोपियों के कब्जे से डिजिटल करंसी और कई गिफ्ट वाउचर भी बरामद किए गए हैं. पुलिस गिरोह के रिकार्ड खंगाल रही है.
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