राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में यात्रियों को निशाना बनाने वाले एक शातिर ऑटो रिक्शा चालक को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. आरोपी ने अपने गिरोह के साथ मिलकर एक दंपति के बैग से करीब 20 लाख रुपये के सोने के आभूषण चोरी कर लिए. इस मामले के सामने आने के बाद गांधी नगर पुलिस ने केस दर्ज किया गया. मुख्य आरोपी वसीम को गिरफ्तार कर लिया गया. उसके खिलाफ पहले से कई थानों में केस दर्ज हैं.
जानकारी के अनुसार, यह वारदात 27 जून को हुई. एक दंपति सराय काले खां बस टर्मिनल से वसीम के ऑटो में सवार हुआ. कुछ ही दूरी तय करने के बाद वसीम ने ऑटो में तकनीकी खराबी का बहाना बनाकर उन्हें दूसरे ऑटो में बैठा दिया. यह दूसरा ऑटो भी उसी गैंग का हिस्सा था. उसमें पहले से ही वसीम के साथी यात्री बनकर बैठे थे. लेकिन उन्होंने दंपति को इस बात का एहसास नहीं होने दिया.
जैसे ही दंपति उनके बीच बैठा, गिरोह के सदस्यों ने चुपचाप उनका बैग काटा और उसमें रखे कीमती जेवर निकाल लिए. इस मामले की शिकायत मिलते ही गांधी नगर पुलिस की एक टीम ने जांच शुरू की और गुप्त सूचना के आधार पर 10 जुलाई को वसीम को गिरफ्तार कर लिया गया. उसके कब्जे से चोरी में इस्तेमाल किया गया ऑटो रिक्शान और 11 हजार रुपए नकद भी बरामद हुए हैं.
एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि वसीम और उसके साथी आमतौर पर सराय काले खां और आनंद विहार जैसे प्रमुख बस अड्डों पर सुबह के समय यात्रियों को निशाना बनाते थे. गिरोह का तरीका यह था कि पहले यात्रियों को ऑटो में बैठाया जाता, फिर थोड़ी दूर जाकर खराबी का नाटक करके उन्हें दूसरे ऑटो में बैठा दिया जाता. सफर के दौरान शातिराना ढंग से उनके बैग से कीमती सामान चोरी कर लिया जाता था.
पुलिस के अनुसार, वसीम के खिलाफ कश्मीरी गेट, गीता कॉलोनी, कोतवाली, हजरत निजामुद्दीन, तिमारपुर, सीलमपुर और न्यू अशोक नगर जैसे थानों में कम से कम आठ आपराधिक मामले दर्ज हैं. पुलिस अब वसीम के गिरोह के बाकी सदस्यों की तलाश कर रही है. इसके साथ ही दिल्ली के अन्य हिस्सों में हुई ऐसी वारदातों में वसीम और उसके गैंग की संलिप्तता की भी जांच की जा रही है.
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