कांग्रेस अध्यक्ष नहीं तो कौन है अनदेखा और अनसुना हाईकमान? बीजेपी ने खड़गे पर साधा निशाना

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कर्नाटक में नेतृत्व में बदलाव की अटकलें तेज हो गई हैं और इस बीच सोमवार को कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा है कि इसका फैसला पार्टी हाईकमान के हाथ में है. उन्होंने कहा कि यह काम हाईकमान पर छोड़ दिया गया है और उन्हें आगे की कार्रवाई करने का अधिकार है, लेकिन किसी को भी बेवजह का विवाद पैदा नहीं करनी चाहिए.

कांग्रेस में कौन है हाईकमान?

डीके शिवकुमार के जल्द ही कर्नाटक के अगले मुख्यमंत्री बनने की अटकलों के बीच खड़गे ने मीडिया से कहा कि यह कोई नहीं जानता कि हाईकमान इस बारे में क्या सोच रहा है. साथ ही कहा कि ऐसे फैसले शीर्ष नेतृत्व के साथ बातचीत में लिए जाते नहीं, सार्वजनिक रूप से नहीं.

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खड़गे के इसी बयान का फायदा उठाकर बीजेपी सांसद तेजस्वी सूर्या ने सवाल किया, 'यह अनदेखा और अनसुना हाईकमान वास्तव में कौन है?' खड़गे पर तंज करते हुए तेजस्वी सूर्या ने सवाल किया कि अगर कांग्रेस अध्यक्ष नहीं तो यह हाईकमान कौन है, जिसे हमेशा महसूस किया जाता है.

पार्टी लाइन बना 'हाईकमान'

एक्स पर एक पोस्ट में तेजस्वी सूर्या ने खड़गे पर तीखा हमला करते हुए लिखा, 'कांग्रेस हाईकमान एक भूत की तरह है. यह अनदेखा है, अनसुना है, लेकिन हमेशा महसूस किया जाता है. यहां तक कि कांग्रेस अध्यक्ष, जिन्हें लोग हाईकमान समझते थे, वे भी इसका नाम फुसफुसाते हैं और कहते हैं कि यह वे नहीं हैं, कितना भयानक है!'

#WATCH बेंगलुरु: कर्नाटक में मुख्यमंत्री बदलने के सवाल पर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा, "यह पार्टी हाईकमान के हाथ में है...यह हाईकमान पर छोड़ दिया गया है और उन्हें आगे की कार्रवाई करने का अधिकार है लेकिन किसी को भी बेवजह समस्या पैदा नहीं करनी चाहिए..." pic.twitter.com/eNipkAz04C

— ANI_HindiNews (@AHindinews) June 30, 2025

'हाईकमान' कांग्रेस की पार्टी लाइन रही है, जब से पार्टी के नेता सिद्धारमैया या शिवकुमार में से किसी एक को मुख्यमंत्री पद के लिए अपना समर्थन दे रहे हैं. इससे पहले फरवरी में, मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने नेतृत्व परिवर्तन के बारे में चर्चाओं पर एक सवाल के जवाब में कुछ ऐसा ही कहा था, 'यह हाईकमान को तय करना है.'

कर्नाटक में होगा बदलाव?

अप्रैल में भी, शिवकुमार के वफादार कर्नाटक कांग्रेस विधायक बसवराज शिवगंगा ने दिसंबर तक सिद्धारमैया को हटाने की खुलेआम मांग की थी. इस मांग ने कर्नाटक कांग्रेस के भीतर चल रही गुटबाजी को उजागर किया, जबकि पार्टी हाईकमान ने सार्वजनिक असहमति के खिलाफ आदेश दिया था.

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अब, कर्नाटक कांग्रेस के प्रभारी रणदीप सुरजेवाला करीब 100 विधायकों के साथ निजी बातचीत करने के लिए बेंगलुरु में हैं, जिसके बारे में सूत्रों का कहना है कि यह डैमेज कंट्रोल की कवायद थी. इन सबके बीच सोमवार को सिद्धारमैया और शिवकुमार की तरफ से भी सार्वजनिक तौर पर एकजुटता दिखाने की कोशिश की गई.

सिद्धारमैया ने मीडिया से बातचीत में कहा कि हमारे रिश्ते अच्छे हैं, फिर कोई कुछ भी कहे. उन्होंने कहा कि हमारे बीच का बॉन्ड मजबूत रहेगा. इस दौरान का एक वीडियो सामने आया, जिसमें डीके शिवकुमार को मुस्कुराते हुए देखा जा सकता है, जबकि सिद्धारमैया उनका हाथ पकड़े हुए हैं. 

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