हिमाचल प्रदेश में बारिश से जुड़े हादसों में अब तक करीब 20 लोगों की मौत हो चुकी है. जो लापता हैं उनकी तलाश अभी भी जारी है. तमाम इलाकों में बिजली गुल है, पानी सप्लाई बंद है.
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हिमाचल में तबाही का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है. आसमान से हो रही बेतरतीब बारिश और दरकते पहाड़ दिलों में खौफ पैदा कर रहे हैं. कुल्लू में बादल फटने के बाद सैलाब ने जो तबाही मचाई उसकी तस्वीरें अभी धुंधली भी नहीं हुई कि शिमला में एक पांच मंजिला इमारत 5 सेकेंड में जमींदोज़ हो गयी.
यहां चल रहे फोरलेन के निर्माण की वजह से इस इमारत में पहले से ही गहरी दरारें आ गई थीं. प्रशासन ने इमारत को खाली करा लिया था जिससे किसी जान माल का नुकसान तो नहीं हुआ.
लेकिन बारिश के मौसम को देखते हुए आसपास की इमारतों के लोगों में दहशत का माहौल है. शिमला के रिज में पूरी तरह धुंध छाई हुई है और 6 जुलाई तक तेज बारिश का अनुमान लगाया जा रहा है.
भारी बारिश और बादल फटने से मंडी के अलग अलग हिस्से में तबाही जारी है. पंडोह डैम से 1 लाख 50 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा गया है..जिससे पंडोह बाजार में बीती रात पानी भरने से भगदड़ जैसे हालात हो गए. आज भी मंडी में बहुत भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी किया गया है. जिले के स्कूल कॉलेज आज बंद हैं.
मौसम विभाग के मुताबिक जून में 37 फीसदी ज्यादा बारिश रिकॉर्ड की गई है. बारिश के बाद तापमान भी सामान्य से कम जा रहा है. जिला ऊना, बिलासपुर, मंडी, हमीरपुर, चंबा, कांगड़ा में बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है. राज्य में बीते 24 घंटे में तीन लोगों की मौत हुई है.
इस मानसून सीज़न में अब तक 20 लोगों बिगड़े मौसम की वजह से अपनी जान गंवा चुके हैं. बारिश के कारण अबतक हिमाचल प्रदेश में 800 करोड़ रुपए का नुकसान हो चुका है.
मौसम की वजह से हिमाचल में 130 इलाकों में बिजली आपूर्ति ठप्प हो गयी है. कई जगह पानी की सप्लाई भी प्रभावित है. भूस्खलन की वजह से 259 सड़कें बंद हैं.