मुंबई में शुक्रवार को महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (MNS) के कार्यकर्ताओं ने जाने-माने इन्वेस्टर सुशील केडिया के कार्यालय में तोड़फोड़ की. यह घटना तब सामने आई जब केडिया ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पूर्व में ट्विटर) पर एक पोस्ट करते हुए MNS प्रमुख राज ठाकरे को टैग किया और लिखा, "मैं मराठी नहीं सीखूंगा, देखें कौन क्या कर लेता है."
केडिया की इस टिप्पणी के बाद MNS कार्यकर्ताओं में गुस्सा भड़क उठा और उन्होंने केडिया के इस बयान को मराठी भाषा और मराठी अस्मिता का अपमान माना. शनिवार को उन्होंने केडिया के कार्यालय में तोड़फोड़ कर डाली. हालांकि, MNS नेतृत्व की ओर से अब तक कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है.
क्या कहा था सुशील केडिया ने?
केडियोनॉमिक्स के संस्थापक सुशील केडिया एक प्रतिष्ठित निवेश सेवा के संस्थापक हैं. उन्होंने X पर पोस्ट किया था कि वे मराठी ठीक से नहीं बोल पाते हैं. राज ठाकरे, सैकड़ों कार्यकर्ताओं से मुझे धमकाकर आप मुझे मराठी नहीं सिखा सकते. डर नहीं, बल्कि प्यार ही लोगों को जोड़ता है. एक अन्य पोस्ट में उन्होंने मुंबई पुलिस आयुक्त को टैग कर यह भी आरोप लगाया कि उन्हें कई थानों से कॉल आ रहे हैं और उनकी लोकेशन पूछी जा रही है, जिसे उन्होंने "डर्टी ऑपरेशन" कहा.
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भाषा विवाद पर पवार की सफाई
वहीं भाषा विवाद को लेकर महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम अजीत पवार ने कहा, हमारा देश विविध जातियों, धर्मों और भाषाओं का देश है. यहां अलग-अलग राज्यों में अनेक भाषाएं बोली जाती हैं. भारत में कुल 14 भाषाओं को संविधान की आठवीं अनुसूची में महत्वपूर्ण स्थान प्राप्त है. उन्होंने कहा था कि हमारे महाराष्ट्र राज्य की मातृभाषा मराठी है.
पवार ने कहा कि मराठी को 'अभिजात भाषा' (Classical Language) का दर्जा दिलाने के लिए वर्षों से प्रयास किए जा रहे थे. बाकी भाषाओं को यह दर्जा पहले ही मिल चुका था, लेकिन मराठी को यह सम्मान मिलने में देरी हुई. पिछले वर्ष प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने इस दिशा में ध्यान दिया और अंततः मराठी को 'अभिजात भाषा' का दर्जा प्राप्त हुआ.
कौन हैं केडिया
केडिया का जिक्र आज के सामना संपादकीय में भी है. सुशील केडिया शेयर बाजार और निवेश मामलों के विशेषज्ञ माने जाते हैं. पिछले 25 वर्षों से वे राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय बैंकों के साथ कार्यरत हैं. वे Market Technician Association के निदेशक मंडल में शामिल होने वाले एशिया के पहले व्यक्ति हैं. उन्होंने ‘Kedianomics’ नामक एक रिसर्च फर्म की स्थापना की है, जो शेयर बाजार से संबंधित सेवाएं प्रदान करती है.
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