यूपी के बाराबंकी स्थित अवसानेश्वर महादेव मंदिर में हुई भगदड़ को लेकर बड़ा खुलासा हुआ है. एक चश्मदीद के मुताबिक, भगदड़ की वजह बंदरों का हमला नहीं, बल्कि पुलिस और होमगार्ड द्वारा लाठियां चलाना था. अस्पताल में भर्ती घायल ने बताया कि मंदिर में भीड़ बेकाबू हो गई थी, जिसे नियंत्रित करने में पुलिस असफल रही, नतीजन दो श्रद्धालुओं की जान चली गई और कई चोटिल हो गए.
आपको बता दें कि जिले के हैदरगढ़ क्षेत्र स्थित प्रसिद्ध अवसानेश्वर महादेव मंदिर आज सोमवार को दर्शन-पूजन के दौरान भगदड़ मच गई थी. इस हादसे में दो श्रद्धालुओं की मौत हो गई, जबकि दर्जनों लोग घायल हो गए. मृतकों में 22 वर्षीय प्रशांत और एक अन्य श्रद्धालु शामिल है.
शुरू में जानकारी दी गई कि अवसानेश्वर महादेव मंदिर में काफी भीड़ थी. जलाभिषेक के दौरान कुछ बंदर मंदिर में स्थित छावनी के टीन पर कूद गए. जिससे बिजली का तार टूट गया और टीन शेड पर गिर गया. तार के गिरते ही उसमें से करंट शेड में फैल गया, जिससे वहां मौजूद लोग दहशत में आ गए और भगदड़ मच गई.
लेकिन सब इस हादसे में घायल हुए लोगों ने एक बड़ा दावा किया है. जिला अस्पताल में भर्ती घायलों ने बताया कि भगदड़ की वजह बंदरों का हमला उपद्रव नहीं था, बल्कि पुलिस व होमगार्ड द्वारा लाठियां चलाना था. घायलों में संध्या, पलक, अर्जुन राजपूत आदि शामिल हैं, जिन्हें बेहतर इलाज के लिए बाराबंकी जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
घायलों ने बताया कि मंदिर में भीड़ बेकाबू हो गई थी, जिसे नियंत्रित करने में पुलिस असफल रही. इसी दौरान पुलिस और होमगार्ड ने लाठियां चलाईं. इसी हड़बड़ी में किसी तार से करंट भी उतर गया, जिससे अफरा-तफरी और भगदड़ मच गई.
उधर, सीएम योगी ने इस हादसे का संज्ञान लिया है. सीएम ने मृतकों के शोक संतप्त परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की है. साथ ही उन्होंने घायलों को तत्काल अस्पताल पहुंचाकर जिला प्रशासन के अधिकारियों को उनके समुचित उपचार के निर्देश दिए हैं. मुआवजे का भी ऐलान किया है.
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