राजनीति के गलियारों में अक्सर नेता बड़ी गाड़ियों, लाल बत्ती और काफिले से अपनी 'पहुंच' दिखाते हैं, लेकिन कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और राजस्थान पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने एक बार फिर सादगी की मिसाल पेश की.
एक कार्यक्रम के दौरान समर्थक ने बीच सड़क पर कांग्रेस नेता गहलोत की गाड़ी रुकवाई और बातचीत के दौरान उत्साह में कहा- "सर, डिफेंडर ले लो...बड़ी गाड़ी लो !"
इस पर अशोक गहलोत मुस्कराए और चुटीले अंदाज़ में बोले- "अरे भाई, नेतागीरी गाड़ी से नहीं, काम से होती है." गहलोत ओर उनके समर्थक के बीच रोचक बातचीत का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है.
दरअसल, जब गहलोत की गाड़ी रुकी तो वहां कई समर्थक आ गए. उनमें से एक ने उनसे बात की और बोला कि आप डिफेंडर गाड़ी में घूमा करिए. इसके बाद गहलोत ने सवाल किया कि डिफेंडर गाड़ी क्या होती है?
समर्थक ने कहा, "ब्लैक कलर की डिफेंडर गाड़ी में आपको चलना चाहिए. आप बरसों से ही एक गाड़ी में चल रहे हैं, आजकल तो नेता हर तीसरे महीने गाड़ी बदलते हैं." देखें Video:-
इसके बाद समर्थक ने खुद का परिचय देते हुए बताया कि उसकी चाय की दुकान है. जब भी गहलोत का काफिला निकलता है तो उन्हें उसी गाड़ी में देखता है.
युवक ने यहां तक कहा, "वह हर बार यह देखने की कोशिश करता है कि उन्होंने गाड़ी बदली या नहीं." डिफेंडर के पीछे वजह बताई कि आपकी गाड़ी ओल्ड फैशन में आ गई है. लेकिन गहलोत ने कहां कि मैं सीएम था तब भी यही गाड़ी थी और आज भी वही है.
राजनीति में बढ़ते दिखावे के दौर में जब 'नेता' अपनी छवि चमकाने के लिए महंगी गाड़ियों का सहारा लेते हैं, ऐसे में गहलोत का यह जवाब एक सादा लेकिन बड़ा संदेश दे गया.
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